Home बड़ी खबर बिजली विभाग ने लोगों का जीना किया दुशवार ।।दिन रात बिजली काटे जाने से काफी आक्रोशित हैं ग्रामीण।। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को ठहरा रहें हैं दोषी।

बिजली विभाग ने लोगों का जीना किया दुशवार ।।दिन रात बिजली काटे जाने से काफी आक्रोशित हैं ग्रामीण।। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को ठहरा रहें हैं दोषी।

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बिजली विभाग ने लोगों का जीना किया दुशवार ।।दिन रात बिजली काटे जाने से काफी आक्रोशित हैं ग्रामीण।। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को ठहरा रहें हैं दोषी।

।।ख़बर सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।

रायपुर/बिलासपुर 4 सितंबर 2023 । पिछले एक माह से पूरे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में उक्त संभाग के ग्रामीण फीडर में दिन रात , रात रात भर बिजली विभाग द्वारा बिजली की अघोषित कटौती करने से लोग काफी परेशान हो गए हैं कहीं कहीं शहरी क्षेत्रों में भी बिजली काटे जाने की शिकायत मिल रही है। दिन में पल पल में बिजली हॉफ होकर आ रही है जिससे लोगों को पीने का पानी का भी नसीब नहीं हो रहा है।लोग इस उमस भरी गर्मी में कपड़े  फेरकर गर्मी से,मच्छर से राहत पाने अपने और बच्चों को हवा देकर देकर थक गए हैं रात रात भर ग्रामीण जागरण कर रहे हैं।ऐसे में उल्टी दस्त की शिकायत ,मच्छर से मलेरिया और डेंगू जैसे जानलेवा बीमारी से लोगों की जान जा रही है फिर भी सभी सरकारें जनता की मुख्य समस्या को छोड़कर चुनावी रणनीति के दांव पेंच में लगे हुए हैं।बिजली कटौती को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां के पदाधिकारियों व कार्यकर्ता विभाग का घेराव कर रहे हैं तो कहीं ज्ञापन सौंप रहें हैं फिर भी बेअसर साबित हो रहा है। इससे शासन, प्रशासन और बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों का अभी तक इस ओर कोई ठोस पहल नहीं करने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है और इसके लिए ग्रामीणों ने केंद्र की बीजेपी,राज्य की कांग्रेस सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं।

आपको बता दें की छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में सर प्लस बिजली उत्पादन का दावा करती है फिर बिजली छत्तीसगढ़ वालों को नसीब क्यों नहीं हो रहा है ?? ग्रामीण इस कटौती से हलाकन होकर कारण जानने जनप्रतिनिधियों से,संबंधित विभाग से, मीडिया वालों से पूछ रहे हैं की यह कटौती क्यों और कब तक होगी लेकिन किसी के पास जवाब ही नहीं है पत्रकार अपने अपने अखबार और पोर्टल से खबर चलाकर अपना कर्तव्य का निर्वहन कर रहें है मीडिया जगत भी लिखते लिखते थक हार गए हैं खुद अचंभे में पड़ गए है की पूरी गर्मी भर कम से कम रात में बिजली सुचारू रूप से चल रही थी फिर इस बारिश में दिन रात बिजली क्यों काटी जा रही है जो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है कहीं दोनों मुख्य पार्टियों की करतूत तो नहीं जो एक एक दूसरे के ऊपर ठीकरा फोड़ कर राजनीतिक रोटी सेंकना चाहती हो लोग यह भी कह रहे हैं की दोनों पार्टियों की सरकार अन्य कई राज्यों में बिजली बेच कर चुनाव की तैयारी कर रही है ,कोई कह रहे हैं जो सरकार ने पिछले 4 से 5 सालों तक जनता को बिजली बिल हॉफ़ दिया था उसकी भरपाई के कर रहे हैं , कुछ ने कहा की गांव गांव के घरों में ग्रामीणों द्वारा एंडैक्शन मशीन से भोजन बनाया जा रहा है इस कारण बिजली की खपत ज्यादा हो रही है जिससे सरकार और विभाग इसको मैनेज करने में बिजली काट रहे हैं। इस विषय पर एक विधानसभा क्षेत्र के विधायक के सूत्रों ने बताया की गर्मी बहुत ज्यादा होने के कारण 33 kv लोड नहीं ले रहा है इस कारण सुचारू रूप से बिजली नहीं मिल रही है।विधायक के सूत्रों के हवाले जो कहा जा रहा है वह संतोषजनक जवाब नहीं है चूंकि गर्मी के समय रात रात को बिजली सुचारू रूप से क्यों दी गई अब ऐसा क्या हो गया की ग्रामीण अंचल में 24 घंटे,48 घंटे तो कहीं कहीं ग्रामीण इलाकों के दुरूह क्षेत्रों में 72 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप्प है। वहीं कई सब स्टेशन के बिजली अधिकारीयों ने बताया कि ऊपर से बिजली कट रही है,कोई अधिकारी कह रहे हैं लोड ज्यादा होने से इसके कारण एक तरफ बिजली काटकर दूसरी तरफ बिजली सप्लाई की जा रही है।

हमारे एडिटर इन चीफ ने कई संभाग के ग्रामीण इलाकों में इसकी पड़ताल की तो मालखरौदा,डभरा,जैजैपुर, शक्ति,खरसिया, बिलाईगढ़ ,भटगांव, सरसीवां, लवन,पलारी,कसडोल,पामगढ़,मस्तूरी,सारंगढ़,मुंगेली,तखतपुर,सीपत,कटघोरा,पाली,सरायपाली, बसना, लंबर, सागरपाली, पिथौरा,बागबहरा,सिहावा,नगरी इत्यादि बिजली फिडर से लोग प्रभावित है और इसी समस्या से जूझ रहे हैं।बिजली नहीं होने से धान कुटाई,पिसाई,फोटोकॉपी,इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सुधारने,कारपेंटर,कंप्यूटर प्रशिक्षण, इत्यादि व्यवसाय बुरी तरह से चौपट हो गई है ,इसके साथ ही न्यायालय,बैंक ,हॉस्पिटल राजस्व जैसे कई अन्य जरूरी विभागों में कार्य प्रभावित है ।बिजली उपभोक्ताओं ने दोनों सरकार से बिजली कटौती बंद करके तत्काल सुचारू रूप विद्युत वितरण करने की मांग की है अन्यथा चक्काजाम करने की चेतावनी दी है।