Home बड़ी खबर अशक्त-अपाहिज युवा अगेश्वर वर्मा, मसीही विश्वासी होने के कारण हो रहे प्रताड़ित, उनकी अपंगता में सहारा बने भतीजा की भी संदिग्ध हत्या 2018 में की गई पर अब तक अपराधी पकड़ से बाहर है इससे पीड़ितों ने GSS प्रमुख से भेट की।

अशक्त-अपाहिज युवा अगेश्वर वर्मा, मसीही विश्वासी होने के कारण हो रहे प्रताड़ित, उनकी अपंगता में सहारा बने भतीजा की भी संदिग्ध हत्या 2018 में की गई पर अब तक अपराधी पकड़ से बाहर है इससे पीड़ितों ने GSS प्रमुख से भेट की।

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अशक्त-अपाहिज युवा अगेश्वर वर्मा, मसीही विश्वासी होने के कारण हो रहे प्रताड़ित, उनकी अपंगता में सहारा बने भतीजा की भी संदिग्ध हत्या 2018 में की गई पर अब तक अपराधी पकड़ से बाहर है इससे पीड़ितों ने GSS प्रमुख से भेट की।

बिलासपुर 24 मई 2024 । विगत दिनांक 22-05-23 को गुरुघासीदास सेवादार संघ (GSS) के पास एक अशक्त -अपाहिज युवा अगेश्वर वर्मा (लोधी जाति समुदाय, निवासी ग्राम- घोरहा, थाना- नांदघाट, जिला- बेमेतरा ने GSS प्रमुख लखन सुबोध से मिलकर आपबीति सुनाई और न्याय के लिए अपील की।

पीड़ित युवक ने बताया कि 2014 में अपनी शादी के 4 माह बाद रायपुर में 5 मंजिला निर्माण कार्य में राजमिस्त्री का कार्य करते समय निर्माणाधीन मकान से गिर गया। जान तो बची लेकिन पैर से अपाहिज हो गया। पत्नि छोड़ गई। डिप्रेशन में आकर आत्म हत्या करने की मन: स्थिति में था।तभी किसी मसीही विश्वासी परिचित के संपर्क में आया। उनके सानिध्य से जीने की आशा बनी। वह दिमागी तौर पर अंतः करण से मसिहियों के प्रार्थना सभा में जाने लगा और धीरे- धीरे वे अपने गांव- घर में मसीही प्रार्थना सभा में समर्पित हो गए। उनके हित- मित- परिचितों के बीच वे लोकप्रिय हो गए। सैकड़ों की संख्या में प्रति सप्ताह उनके संगत में लोग आते, प्रार्थना करते और बहुत सारे ऐसे लोग जो शराब- तंबाखू- गुड़ाखू- जुआ आदि व्यशन में लगे थे, वे उससे मुक्त होते गए।

अगेश्वर वर्मा ने बताया कि गांव वाले उनके इन कार्यों का बिल्कुल भी विरोध नहीं करते थे।वे प्रार्थना में आने वालों को रोक -टोक नहीं करते थे। लेकिन कुछ माह बाद उस इलाके के मनुवादी फासिस्ट संगठन के लोगों ने गांव वालों को भड़काया और प्रताड़ना का सिलसिला प्रारंभ हो गया। प्रार्थना सभा में आने वालों को धमकाना- गाली- गलौच करना आम हो गया। 2017 में अगेश्वर को झूठे इल्जाम लगाकर टोनही प्रताड़ना अधिनियम में गिरफ्तार किया गया। इस इल्जाम से सन् 2022 से कोर्ट ने उन्हे बाइज्जत बरी भी कर दिया। 2018 में अगेश्वर वर्मा का हाथ पैर बने (याद रहे कि अगेश्वर वर्मा के विकलांगता के चलते अपने से खड़ा नहीं हो सकता इसके लिए उन्हें जहां कहीं जाना होता, तो उनका सगा भतीजा *हेमंत वर्मा* उन्हें लाता ले जाता था। इस कारण अपराधी तत्व के लोग अगेश्वर वर्मा एवं उनके भतीजे हेमंत वर्मा को कई बार जान से मारने कि धमकी दे चुके थे।

इसी दौर में 2018 में हेमंत वर्मा अपने रिश्तेदार के यहां से (ग्राम-भालुखोंधरा,थाना लालपुर, जिला मुंगेली) वापिस लौटते अपहृत हो जाता है। और एकाध हप्ते बाद उनकी लाश छत विक्षत- कंकाल के रूप में मिलता है। इस मामले के अपराधी आज तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। अगेश्वर वर्मा बताते हैं कि इस घटना पर पुलिस की पूछताछ में यह जानकारी दी गई थी कि, एक चरवाहा द्वारा एक युवा को चिल्लाते- दौड़ते भागते हुए गांव खार में देखा, सुना था। लेकिन इस मामले पर अबतक कोई गहरी छानबीन नही हुआ और न ही अपराधी पकड़ा गया।अभी पिछले कुछ दिनों से (मई 2023 के प्रथम सप्ताह से) संवैधानिक धार्मिक स्वतंत्रता के विरोधियों द्वारा अपने राजनैतिक एजेंडा के तहत मसीही विश्वासियों के ऊपर कई तरह के झूठे आरोप लगाते भाजपा/RSS एवं उनके आनुशांगिक संगठनों द्वारा विविध स्तर पर माहौल में तनाव फैलाने बहुत तरह के उत्पात में लगे हुए हैं। उसकी अगुवाई *भाजपा के पूर्व मंत्री दयालदास बघेल* कर रहे हैं। *कांग्रेस सरकारी मशनरी* अगेश्वर वर्मा को ही गैर कानूनी नोटिस थमा रहा है और मसीही प्रार्थना सभा पर *बंदिश लगा दिया* है। लेकिन अगेश्वर वर्मा एवं उनके परिवार व संगतियों को प्रताड़ित करने वालों पर कुछ भी कार्यवाही नहीं किया जा रहा है।इसके साथ ही अगेश्वर वर्मा ने अपने साथ हुए प्रताड़ना के बारे में सारी घटनाओ के बारे मे संघ को बताया।GSS ने अगेश्वर वर्मा को न्याय दिलाने हर संभव मदद करने का भरोसा और वचन दिया। उक्त आशय की जानकारी GSS ke सचिव अजय अनंत ने दी सी।