कसडोल -छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर आदिवासी वर्ग के कद्दावर नेता नंदकुमार साय ने छोड़ा भाजपा का साथ कहा उनके ही पार्टी के लोग कुछ समय से उनकी छवि धूमिल करने में लगे है ।
अपने लेटर पैड में भाजपा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को लिखा इस्तीफा पत्र जिसमे साफ साफ लिखा है की पार्टी में बड़े ईमानदारी से शुरुवाती दौर से जुड़ा है और कई जिम्मेदारी को निभाया है ,परंतु पार्टी के ही लोग कुछ समय से उनके खिलाप झूठा आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है । बता दे की नंदकुमार साय 3 बार सांसद और 3 बार विधायक के साथ राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष ,भाजपा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है।
आदिवासी समाज में इनका काफी पकड़ है ,ये सरगुजा संभाग के कद्दावर आदिवासी नेता के रूप में जाने जाते है । इनके चुनाव से ठीक पहले पार्टी छोड़कर जाना निश्चित ही भाजपा के लिए नुकसान दायक होगा , क्योंकि उन्होंने भाजपा पर आदिवासी वर्ग के नेतृत्व के दमन करने का आरोप पार्टी पर लगाया है, साथ ही अपने जीवन में ईमानदारी पूर्वक पार्टी में कार्य करने पर भी उन्हें सही सम्मान नही दिया गया कहा है जो की आदिवासी समाज के लोगो में भाजपा पार्टी के प्रति आदिवासी समाज विरोधी संदेश जाएगा। पिछले समय से पार्टी द्वारा अपेक्षित किए जाने का आरोप भी उन्होंने लगाया है। जिससे आहत होकर पार्टी के प्राथमिक सदस्यता सहित समस्त पद त्यागने का पत्र पार्टी अध्यक्ष को भेजा है ।