।। सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर ।।
रायपुर 09 दिसंबर 2021 । धोबी समाज के वरिष्ठ नेता तुलसी कौशिक को मुख्यमंत्री के निजी सचिव बनाए जाने पर समाज के लोगों ने उनका स्वागत करते हुए हुए उन्हें बधाइयां दी है। प्रदेश अध्यक्ष सूरज निर्मलकर ने कहा- राज्य सरकार का यह ऐतिहासिक निर्णय है हमारा समाज पूर्ण अपेक्षित था, छत्तीसगढ़ में यह पहला अवसर है कि हमारे जाति के व्यक्ति को निजी सचिव बनाया गया है वह भी मुख्यमंत्री का। उन्होंने जोर देकर कहा- गुटबाजी करने वालों को गुटबाजी करने दे प्रचारित करने दे समाज के विरुद्ध काम करने वालों को काम करने दे लेकिन समाज एक था, एक है एक रहेगा। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमारा धोबी समाज कार्य करता है और यह समाज उस नेता के साथ देता है जो धोबी समाज को साथ देता है, निश्चित रूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उम्मीद है जो भी समाज को साथ देंगे हम उनके साथ हैं और राष्ट्रीय अधिवेशन भी हम रायपुर मे ही करवाएंगे और मोदी जी को बुलाएंगे। वे अंबेडकर को मानने वाले हैं वह नेता जिनका धोबी समाज सम्मान करता है। अभिनंदन से अभिभूत होकर मुख्य अतिथि तुलसी कौशिक ने कहा- कि समाज में अब गुटबाजी नहीं रहेगी, गुटबाजी करने वाले अपने आप सुधर जाएंगे। हम सब धोबी एक हैं एक थे एक रहेंगे। कुछ लोग अनाब शनाब बयानबाजी करते हैं किसी छुटभइया नेताओं के बहकावे में आते हैं उन्हें आने दे लेकिन समाज का जो सही व्यक्ति है सही काम करता है सही नेतृत्व करता है उनको ही साथ दे। सूरज निर्मलकर जी ने समाज को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर खड़ा किया है और उस वक्त से उठाया है जब लोग धोबी कहलाने पर शर्म करते थे। आज हम सब कह रहे हैं कि गर्व से कहो कि हम धोबी हैं। और यहां तक के स्थिति ऐसा हो गया है कि जो व्यक्ति धोबी जाति का नहीं है वह भी धोबी कहलाने के लिए आतुर है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से दुर्ग जिला के अध्यक्ष गोपाल निर्मलकर, रायगढ़ जिला के अध्यक्ष अवधेश कुमार सोन, राजनांदगांव जिला के अध्यक्ष चैतराम निर्मलकर, रायपुर के जिला अध्यक्ष जगजीवन निर्मलकर, शहर अध्यक्ष वरुण निर्मलकर, प्रदेश महामंत्री चंद्रहास निर्मलकर, नकुल निर्मल कर, हेमंत निर्मलकर, बिलासपुर जिला अध्यक्ष पवन निर्मलकर, बालोद जिला गुरुर राज के अध्यक्ष जगजीवन निर्मलकर, बालोद जिला के अध्यक्ष देवेंद्र निर्मलकर, कवर्धा जिला के अध्यक्ष हिमलेश निर्मलकर, प्रादेशिक पदाधिकारी चंद्रहास निर्मलकर, बोधिराम, नेतराम, भोजराम, टेकराम निर्मलकर, शुभम निर्मलकर, कुंभ निर्मलकर, अमर निर्मलकर, संतोष निर्मलकर, टिकेंद्र निर्मलकर आदि अनेक बड़े-बड़े मुखिया शामिल रहे। महापंचायत परिचय सम्मेलन में एक से बढ़कर एक विवाह योग्य 231 बेटी 73 बेटों ने परिचय दिया, अभिभावको की उपस्थिति के चलते चार रिश्ते मौके पर ही तय हुए।