।। सिध्दार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।
।। सोशल एक्टिविस्ट तरुण खटकर की कलम से।।
रायपुर छ ग 26 सितम्बर 2024 । राजनीतिक एवं सोशल एक्टिविस्ट तरुण ने बताया कि 4 जून 2024 को देश में 18 वी लोकसभा चुनाव का परिणाम आया 18 वी लोकसभा में कुल 74 महिला सांसद निर्वाचित होकर संसद में पहुंची। आजादी के 77 सालों बाद राजनीतिक दलों के बड़े बड़े वादों के बावजूद पहली लोकसभा से 18 वी लोकसभा में अब तक 3.4 प्रतिशत से 14 प्रतिशत कुल 741 महिलाएं संसद पहुंची जबकि पुरुषों की संख्या पहली लोकसभा से 18 वी लोकसभा तक 9033 तक पहुंच गया पुरुषों के तुलना में देश की आधी आबादी महिलाओं की संसद पहुंचने का ये आंकड़ा बेहद निराशाजनक है।
तरुण खटकर ने आगे कहा कि देश की पहली महिला स्वाधीनता संग्राम सेनानी (झांसी की रानी) रानी लक्ष्मीबाई
देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले
देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
देश की पहली महिला लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार
देश की पहली महिला एशियाड पदक विजेता पी टी उषा
देश की पहली महिला ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी
देश की पहली मिस यूनिवर्स ऐश्वर्या राय,
देश की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स,
देश की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी ……
महिलाओं के ऐसे तमाम गौरवान्वित उपलब्धियों के बावजूद देश की आधी आबादी की हिस्सेदारी के बावजूद देश के संसद में 33% की भागीदारी से महिलाएं अब भी 19 प्रतिशत दूर है। तरुण खटकर ने देश की पहली लोकसभा चुनाव से 18 वी लोकसभा चुनाव के आंकड़े बताते हुए कहा कि
पहली लोकसभा में 4.4 प्रतिशत कुल 22 महिलाएं संसद पहुंची।
दूसरी लोकसभा 1957 में 5.4 प्रतिशत 27 महिला ।
तीसरी लोकसभा 1962 में 6.7 प्रतिशत 34 महिला ।
चौथी लोकसभा में 5.9 प्रतिशत 31महिला।
5 वीं लोकसभा में 4.2 प्रतिशत 22 महिला।
6 वीं लोकसभा में 3.4 प्रतिशत 19 महिला।
7 वीं लोकसभा में 5.1 प्रतिशत 28 महिला।
8 वीं लोकसभा में 8.11 प्रतिशत 44 महिला।
9 वी लोकसभा में 5.3 प्रतिशत 28 महिला।
10 वी लोकसभा में 7 प्रतिशत 36 महिला।
11वीं लोकसभा में 7.4 प्रतिशत 40 ।
12वीं लोकसभा में 8.11 प्रतिशत 44 महिला।
13वी लोकसभा में 48 महिला।
14वी लोकसभा में 45 महिला।
15वी लोकसभा में 10.9 प्रतिशत 59 महिला।
16 वी लोकसभा में 11 प्रतिशत 62 महिला।
17 वी लोकसभा में 14 प्रतिशत 78 महिला।
18 वी लोकसभा में 13.62 प्रतिशत 74 महिला सांसद पहुंची ।
वहीं दक्षिण अफ्रीका में 46 प्रतिशत ब्रिटेन में 34 प्रतिशत अमेरिका मे 29 प्रतिशत सांसद महिलाएं हैं
श्री खटकर ने कहा कि इन आंकड़ों पर गौर करें तो भारत अभी कई देशों से पीछे है जो बेहद निराशाजनक है।उन्होंने देश के सभी राजनीतिक दलों से मांग करते हुए कहा कि भारत जैसे देश में ,देश की आधी आबादी महिलाओं के सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक न्याय के लिए मुख्यधारा की राजनीति में महिलाओं को भागीदारी का समान अवसर मिलना चाहिए। विधानसभा और ससंदीय चुनावों में महिलाओं के न्युनतम साझीदार 33 प्रतिशत को देश के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को अनिवार्य रूप से लागू करना चाहिए जो दल ऐसा नहीं करते उसकी मान्यता समाप्त करने का भी कानून बनाना चाहिए।