Home बड़ी खबर वृद्ध द्वारा समझाइश देना और बीच बचाव करना पड़ा भारी हुई हत्या। थाना सरसीवां पुलिस द्वारा हत्या के आरोपी को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर भेजा जेल।

वृद्ध द्वारा समझाइश देना और बीच बचाव करना पड़ा भारी हुई हत्या। थाना सरसीवां पुलिस द्वारा हत्या के आरोपी को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर भेजा जेल।

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वृद्ध द्वारा समझाइश देना और बीच बचाव करना पड़ा भारी हुई हत्या। थाना सरसीवां पुलिस द्वारा हत्या के आरोपी को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर भेजा जेल।

।। सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।

 

सरसीवां / सारंगढ़ । विगत दिनांक 07.09.2024 को प्रार्थी बूढ़ेश्वर प्रसाद लहरे पिता समारू लहरे उम्र 53 वर्ष साकिन पीपरडुला द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 7.9.24 के 11.30 इनके पिता समारू लहरे पिता स्व जोगीराम लहरे उम्र 70 साल साकिन पीपरडुला अपने ठेला को बन्द कर घर आ रहा था तभी गॉव का ही गणेश खूंटे और ग्राम झुमका के सुनील साहू के बीच विवाद हो रहा था । प्रार्थी के पिता समारु ने समझाए देते हुए बीच बचाव किया तब गनेश खूंटे क्रोधित होकर हत्या करने के उद्देश्य से उनके पिता के सिर में डंडा से पीट पीट अधमरा कर लहूलुहान कर दिया । जिससे प्रार्थी के पिता के सिर में गंभीर चोट लग गई थी और खून निकल रहा था वे बेहोश होकर सीरियस हो गए जिन्हें इलाज हेतु प्रा स्वा केंद्र सरसींवा अस्पताल ले जाया गया लेकिन स्थिति को देखते हुए समारू को अच्छे उपचार के लिए चिकित्सक ने रेफर कर दिया लेकिन समारू ने रास्ते में ही दम तोड दिया ।प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 317/2024 धारा 109 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में विवेचना दौरान आरोपी गनेश खूंटे पिता श्याम लाल उम्र 40 साल साकीन पिपरडुला से घटना में प्रयुक्त डंडा को जप्त कर आरोपी गणेश को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। इसकी सूचना थाना प्रभारी सरसीवां ने जिले के आला अधिकारियों को दी जहां जिला सारंगढ बिलाईगढ़ पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश्वर चंदेल एवं एसडीओपी विजय ठाकुर बिलाईगढ के निर्देश पर अपराध में त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी गणेश खूंटे को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। उक्त कार्यवाही में सरसीवां थाना प्रभारी भगवती प्रसाद कुर्रे, प्रधान आरक्षक मनसू साय पैकरा ,प्रधान आरक्षक सुमत डहरिया, फागू निराला,आरक्षक मुनि अनंत,शिवकुमार सांते, एस डहरिया का विशेष योगदान रहा।