रिपोर्टर/तोषन प्रसाद चौबे/सिध्दार्ध न्यूज़
शासकीय प्राथमिक शाला कानाकोट में आज 22 जुलाई 2024 को गुरु पूर्णिमा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्ति प्रधान पाठक श्री अंगद राम ध्रुव, शाला विकास समिति के अध्यक्ष श्रीमती उमाबाई पैकरा ग्राम की पंच श्रीमती ममता कंवर और ओमप्रकाश ध्रुव प्रमुख रूप से शाला में उपस्थित रहे ।सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात शाला परिवार द्वारा आए हुए अतिथियों का पुष्प गुच्छ एवम् गुलाल लगाकर स्वागत किया । इसके बाद सेवानिवृत्ति प्रधान पाठक अंगद राम ध्रुव का शाला परिवार के शिक्षकों द्वारा कुर्ता ,शाल श्रीफल , छतरी और अन्य उपहार भेंट कर सम्मान किया गया ।अन्य अतिथियों का भी श्रीफल भेंट कर गुलाल लगाकर सम्मान किया गया। शाला के बच्चों द्वारा संध्या पैकरा और सुनीता साहू शिक्षिका के मार्गदर्शन में एक लघु नाटक गुरु दक्षिणा का मंचन कर गुरु द्रोण एवं एकलव्य पर नाटक प्रदर्शित कर गुरु शिष्य की महिमा का प्रदर्शन किया गया। बच्चों ने गुरु शिष्य के महत्व पर श्लोक गीत और निबंध के माध्यम से अपने भावनाओ को रखा। बच्चों द्वारा रचनात्मक लेखन भी किया गया ।आए हुए मुख्य अतिथि द्वारा गुरु शिष्य परंपरा के बारे में विस्तार पूर्वक बच्चों को जानकारी दी गई। शाला के बच्चों ने स्कूल के प्रधान पाठक श्रीमती भूमिता कुर्रे,शिक्षिका सुनीता साहू, संध्या पैकरा, शिक्षक मनीराम पैकरा और कान्हा साहू का श्रीफल और पेन भेंट कर सम्मान किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के 4 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शिक्षा सप्ताह का आयोजन पूरे राज्य में किया जा रहा है । इस कार्यक्रम के तहत आज प्रथम दिवस शासकीय प्राथमिक शाला कानाकोट में भी शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम दिवस शाला के सभी पांचो शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने टीएलएम की प्रदर्शनी लगाई और अतिथियों एवं बच्चों के सामने टीएलएम का प्रदर्शन कर कक्षा शिक्षण में उनका उपयोग और लाभ के बारे में बताया गया।
शाला की प्रधान पाठक भूमिता कुर्रे शिक्षिका संध्या पैकरा सुनीता साहू ,मनीराम पैकरा और कान्हा साहू ने टीएलएम का प्रदर्शन कर बच्चों को शिक्षण में उनके उपयोग और महत्व की जानकारी दी। सभी बच्चों ने बहुत ही ध्यान पूर्वक जानकारी को सुना और टीएलएम का अवलोकन किया। शिक्षक कान्हा साहू ने शिक्षा सप्ताह के बारे में विस्तार पूर्वक प्रति दिवस होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दिया। शाला के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं ने गुरु पूर्णिमा एवं शिक्षा सप्ताह के महत्व पर अपने विचार रखें। कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चों को प्रसाद एवं मिष्ठान का वितरण किया गया।