रिपोर्टर टेकराम कोसले
बलौदाबाजार,26 मई 2024/कलेक्टर के एल चौहान के द्वारा आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कृषि एवं समवर्गीय विभागों की विभागीय योजनाओं की प्रगति एवं खरीफ 2024 के प्रस्तावित कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत समीक्षा की है। जिसमें कृषि, उद्यानिकी,पशुपालन,मछलीपालन, खादद्य विभाग,जिला विपणन अधिकारी,उप पंजीयक सहकारी समिति,जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक एवं बीज निगम के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित हुए। सभी अधिकारियों को विभागाध्यक्ष के द्वारा खरीफ 2024 हेतु दिये गये लक्ष्य के अनुरूप पूर्ति करने हेतु निर्देशित किया गया। वर्तमान में सहकारी समितियों में विपणन संघ के द्वारा खाद का एवं बीज निगम के द्वारा धान एवं अन्य फसलों के बीजों का भण्डारण सहकारी समितियों में किया जा रहा है। खरीफ वर्ष 2024 हेतु खाद मांग यूरिया 23580 मे.टन, डी.ए.पी. 11700 मे.टन, पोटाश 1500 मे.टन, सिंगल सुपर फास्फेट 5040 मे.टन एवं एन.पी.के. 2640 मे.टन कुल 44460 मे.टन के विरूद्ध वर्तमान में यूरिया 9689 मे.टन, डी.ए.पी. 6901 मे.टन, पोटाश 2228 मे.टन, सिंगल सुपर फास्फेट 1736 मे.टन तथा एन.पी. के. 1039 मे.टन कुल 20593 मेट्रिक टन खाद भण्डारित है। इसी प्रकार जिले का कुल बीज मांग 38137 क्विं. के विरूद्ध सहकारी समितियों में धान स्वर्णा 9082 क्विं., महामाया 1860 क्विं. तथा विक्रम टी.सी.आर 240 किंच. कुल 11182 क्विटल बीज भण्डारित है। कलेक्टर श्री चौहान द्वारा नोडल अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. बलौदाबाजार को समितियों में भण्डारित खाद एवं बीज को कृषकों को तत्काल वितरण के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही जिला विपणन अधिकारी को सभी सहकारी समितियों में कृषकों के मांग अनुरूप खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करनें के निर्देश दिये गये हैं। इसी प्रकार प्रक्रिया प्रभारी बीज निगम को तत्काल किसानों के मांग अनुरूप गुणवत्ता पूर्ण बीजों के भण्डारण के निर्देश दिये गये। उप संचालक कृषि जिला बलौदाबाजार-भाटापारा को निर्देशित किया गया है कि सभी मैदानी अधिकारियों की ड्यूटी खाद एवं बीज वितरण में लगायी जाए। निरीक्षकों के माध्यम से सहकारी समितियों में भण्डारित खाद एवं बीज के नमूने लिया जाकर तत्काल प्रयोगशाला को परीक्षण हेतु प्रेषित किया जावे। प्रयोगशाला में अमानक खाद एवं बीज की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।कलेक्टर श्री चौहान ने जिले के अभी किसान बंधुओं से अपील की है कि आगामी खरीफ फसल हेतु खाद एवं बीज का सहकारी समितियों के माध्यम से तत्काल उठाव करें। ताकि किसान बन्धु समय पर नर्सरी एवं बुवाई का कार्य प्रारंभ कर अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त कर