जांजगीर-चांपा/ जांजगीर-चांपा जिला के ग्राम कोसमंदा (चांपा) के निवासी गणेश कुमार कोशले को गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के इतिहास विभाग द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।
गणेश कोशले ने अपने शोध विषय ‘छत्तीसगढ़ में अनुसूचित संचेतना एवं अंबेडकरवाद का प्रभाव: 1947 से 2000 तक (जांजगीर-चांपा जिले के विशेष संदर्भ में) में समाज विज्ञान अध्ययनशाला के अंतर्गत इतिहास विभाग से डॉ. घनश्याम दुबे की देखरेख में पूर्ण किया है। यह छत्तीसगढ़ में डॉ. अंबेडकर, मंत्री नकुलदेव ढिढ़ी एवं मान्यवर कांशीराम के मार्गदर्शन में चलाए गए अंबेडकरवादी आंदोलन का ऐतिहासिक दस्तावेज है। डॉ. गणेश कुमार कोशले जांजगीर चांपा जिला के ग्राम कोसमंदा के किसान संतराम कोशले व गायत्री देवी कोशले के सुपुत्र है।
पीएचडी धारक गणेश कोशले ने कहा कि मेरे यह शोध कार्य समाज में जन्मे महामानवों के प्रेरणा व क्रांतिकारी साथियों के सहयोग से पूर्ण हो पाया है। इस शोध कार्य को पूर्ण करने में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले मेरे सभी क्रांतिकारी साथियों व बुद्धिजीवी मार्गदर्शकों का तहेदिल से आभार धन्यवाद ज्ञापित करता हूं।
शोधार्थी गणेश कोशले की इस सफलता पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल, कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव सहित इतिहास विभाग विभागाध्यक्ष एवं समस्त प्रोफेसर उनके दोस्तों, शुभचिंतकों, परिवार के सभी सदस्यों ने हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दिया हैं।