शहीद देशभक्त के नाम से संचालित ब्लॉक के एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में असुविधाओं का अंबार। यहाँ पदस्थ डॉक्टर – नर्स समय पर कभी आते नहीं , दूरस्थ वनांचल के मरीज दर – दर की ठोकर खाने मजबूर। आज क्षेत्रीय विधायक ने लगातार आम जनता से मिल रही शिकायत के बाद किया औचक निरीक्षण बीएमओ मिले अनुपस्थित

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कसडोल। विकासखंड कसडोल के शहीद संतराम साहू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों की मनमानी चरम पर है, इसलिए यहां इलाज कराने आने वाले मरीज खासा परेशान हैं, यहां के जिम्मेदार ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के अलावा डॉक्टर समय पर सीएचसी नहीं पहुंचते, जिसके कारण वनांचल क्षेत्रों से ईलाज कराने आने वाले मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता। जिसके कारण बिना इलाज के ही घर लौटना पड़ता है या फिर मजबूरन उन्हें निजी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता है, आलम यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल का हालत बद से बत्तर होता जा रहा है वजह यहां की लचर सिस्टम। आपको बता दे कि बीते 9 मई को गर्भवती महिलाओं का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में गर्भवती से संबंधित कई जांच किया जाता है। इस दौरान 9 मई को 40 गर्भवती महिलाएं जांच कराने सीएचसी कसडोल सुबह 9 बजे से पहुँची थी लेकिन जिस डॉक्टर साहिबा को इलाज और जांच करने की जिम्मेदारी मिली है, वह मैडम रायपुर से अपने समय पर आती है, जबकि बीते 9 मई को स्टॉप नर्स गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर आने के बारे में पूछने पर अभी आ रही थोड़ी देर में आएगी कहकर गुमराह किया जाता रहा, अंततः डॉक्टर साहिबा दोपहर 1:30 बजे के बाद हॉस्पिटल पहुँची। और गर्भवती महिलाएं भीषण गर्मी में इन्तेजार करती रही। इसके बाद मैडम साहिबा खानापूर्ति कर राजधानी लौट गई।


निरीक्षण में पहुँचे विधायक संदीप साहू, मिली खामियां
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद बुधवार को कसडोल विधायक संदीप साहू शहीद संतराम साहू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औचक निरीक्षण में पहुंचें। निरीक्षण के दौरान संदीप साहू ने पूरा अस्पातल का बारीकी से जायजा लिया। इस दौरान अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम नजर आया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की यहां पदस्थ बीएमओ राकेश प्रधान अस्पताल परिसर से ही नदारद मिले।विधायक के बार-बार पूछने पर स्टॉफ के लोगों ने दबी जुबान से बताया कि बीएमओ सप्ताह भर में 1 से 2 दिन अस्पताल पहुंचते हैं, बाकी दिन राजधानी के निजी अस्पताल में सेवा देते है। इसके अलावा कसडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर वंदना भेले को गर्भवती महिलाओं के ईलाज के लिए विशेष तौर पर यहां पदस्थ किया गया है जिनको सप्ताह में सीएमएचओ के अनुसार 5 दिन अस्पताल पहुँचने की जिम्मेदारी है मगर मैडम साहिबा भी महीने भर में 1 दिन अस्पताल पहुंचती है ओ भी 1 से 2 बजे और बीएमओ के साथ इनको भी सैलरी पूरे माहभर की लाखों में मिलता है। विधायक के निरीक्षण में डॉक्टर वंदना भेले बीते 9 मई को डेढ़ बजे अस्पताल आई थी उसके बाद आज दिनांक तक मैडम हॉस्पिटल पहुँची ही नही। निरीक्षण के दौरान विधायक रजिस्टर खंगालते रहें मौजूद स्टॉफ आनाकानी करता रहा और कोई भी सटीक जवाब न दे सका। मजे की बात यह है कि रजिस्टर में बीएमओ के अलावा उक्त मैडम का 2 माह से हस्ताक्षर ही नही हुआ था और दोनों जिम्मेदारों को लाखों का भुगतान भी हो रहा है, सवाल यह उठता है कि जब बीएमओ साहब उपस्थित रजिस्टर में ही हस्ताक्षर नही किये तो महीने का सैलरी भुगतान आखिर कौन से फर्जी दस्तावेज लगाकर किसके इशारों में भुगतान कर दिया गया या ऐसे ही कई अन्य कर्मचारियों का भी भुगतान किया जा रहा है, यह जांच का विषय है, इधर अस्पताल परिसर में पूरा गंदगी का आलम है 50 बिस्तरों वाला अस्पताल में केवल एक ही वॉटर फिल्टर लगा हुआ है। यहां के शौचालय में न दरवाजा है और न ही किसी भी शौचालय में सफाई है ऐसे हालतो में यहां इलाज कराने आने मरीजों और परिजनों के परेशानियों से जूझना पड़ता है। इसके अलावा मेन्यू के विपरीत मरीज़ों को पेटी में लगे कांट्रेक्टर के द्वारा गुणवत्ताविहीन भोजन दिया जा रहा है।

यहां के अस्पताल में शिलिंग पंखा कई महीनों से खराब है साथ ही निरीक्षण के दौरान स्टॉफ के लोगों ने कहा कि डेढ़ सालो से सीसीटीवी कैमरा भी खराब है मगर यहां के बीएमओ के अलावा तमाम जिम्मेदारों को थोड़ा सा भी जिम्मेदारी नही है। इधर विधायक ने अव्यस्थाओ पर नाराजगी जाहिर करते हुऐ तत्काल सीएमएचओ को दूरभाष पर जानकारी देने के साथ निरीक्षण कर कार्रवाई करने की बात कहा है।
9 और 24 को होती है गर्भवती महिलाओं की जांच
मिली जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए माह में दो दिवस जिसमें 9 और 24 तारिक को विशेष जांच के लिए तय किया गया है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग ने रायपुर से गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष महिला डॉक्टर वंदना भेले गायनेकोलॉजिस्‍ट को लगभग 1 सालो से सीएचसी कसडोल में पदस्थ किया गया। मगर मैडम साहिबा कभी-कभार ही हॉस्पिटल पहुँचती है, मैडम जब से यहां पदस्थ हैं तब से कुछ ही दिवस यहां पहुंची तो जरूर है मगर वेतन पूरा ली है, उल्लेखनीय है कि स्त्री रोग विशेषज्ञ मैडम को रायपुर से आते आते सुबह से दोपहर हो जाता है। जब तक मैडम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल पहुंचती है तब तक ओपीडी बंद हो जाता है और जांच के लिए आई महिलाएं वापस घर लौट जाती है। जांच के लिए पहुँची दया चेलक, कंचन साहू, अंजली ने बताया कि सुबह 9 बजे से पहुँचे थे लेकिन मैडम 1 बज रहा अभी तक नही पहुँची है। साथ ही हम लोग काफी समय से इन्तेजार रहें है, सूत्रों ने कहा कि यहां गर्भवती महिलाओं के शासन द्वारा ₹100 प्रति गर्भवती महिलाओ को फल फ्रूट खिलाने के लिए दिया जाता है मगर यहां आज तक किसी भी गर्भवती महिलाओं को फल फ्रूट वितरण नही किया गया। सूत्रों की माने तो इन्ही गर्भवती महिलाओं के पैसे से ड्यूटी पर रहने वाले डॉक्टर और स्टॉफ के लोग समोसा और भजिया खाते है। यहां ओपीडी के पास एक वाटर फिल्टर लगा हुआ मगर इतनी गर्मी में वाटर फिल्टर खराब हो चुका है इतनी भीषण गर्मी है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा गर्मी से बचने के लिए कई उपाय बताया जा रहा है दूसरी तरफ कसडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए पानी की अच्छी व्यवस्था नही है आलम यह की मजबूरन मरीजों और परिजनों को भीषण गर्मी में वाटर फिल्टर से निकलने वाली गर्म पानी को पीकर गुजारा करना पढ़ रहा है।
औचक निरीक्षण अव्यवस्था पर लगाई कड़ी फटकार


बुधवार को कसडोल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे विधायक संदीप साहू मरीज वार्ड में जाकर मरीजों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में रोगियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी लेते हुए ओपीडी सेवाओं भर्ती की सुविधा प्रसव कक्ष, एक्स-रे मशीन प्रयोगशाला रोगी वार्ड एवं प्रसव कक्ष आदि का बारीकी से निरीक्षण किया। अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत कर मिल रही सुविधाओं के विषय में भी जानकारी भी प्राप्त की और रक्त जाँच केंद्र में जाकर वहाँ स्वयं रक्त जांच कराया। वही क्षेत्र में लगातार मिल रहे डायरिया की शिकायत को लेकर सीएमएचओ से दूरभाष पर बातकर अवगत कराया व डायरिया के उपचार हेतु जगह – जगह शिविर लगाकर उपचार करने की बात कही, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी विभागों में डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों से मिले एवं स्वास्थ्य मशीन एवं समागग्रियों का जायजा लिया और कहा की मरीजों के इलाज में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। वही निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मी के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए नियमित उपस्थिति एवं स्वास्थ्य संबंधित कार्य को सुचारू रूप से व्यवस्थित करने निर्देश दिए और अव्यवस्था को लेकर कड़ी फटकार लगाई।
यह रहें मौजूद
निरिक्षण के दौरान नगर पंचयात अध्यक्ष नीलू चंदन साहू, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कसडोल अध्यक्ष दयाराम वर्मा, निरेंद्र क्षत्रिय, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष योगेश बंजारे, कमलेश साहू, गायत्री कैवर्त्य,चंदन साहू, हेमलाल साहू, राजेश कन्नौजे, पंकज जयसवाल, द्वारिका निर्मलकर, कमल पटेल, बसंत श्रीवास, भावेश यादव सहित अन्य लोग मौजूद रहें।

इनका कहना है।
लगातार मिल रही शिकायत पर आकस्मिक निरीक्षण किया गया। कई खामियां मिला है, बीएमओ नदारत रहें, रजिस्टर में 2 माह से हस्ताक्षर नही था, इसके अलावा कई खामियां मिला है, अगर सुधरा नही तो मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री सहित तमाम जिम्मेदारों के पास लिखित में शिकायत के करने अलावा विधानसभा में मामले को रखा जायेगा।
संदीप साहू, विधायक, कसडोल

अभी मैं मीटिंग में हूँ बाद में बात करता हूँ।
डॉ एमपी महेश्वर, सीएमएचओ, बलौदाबाजार

मैं अभी रायपुर आया हूँ। अपने पिता जी के उपचार के लिए है। इसलिए मैं हॉस्पिटल में नही था।
डॉय राकेश प्रधान, बीएमओ, कसडोल

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