
कसडोल। नगर पंचायत कसडोल के गौशाला कांजी हाउस में आज 6 वर्षो से नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों द्वारा अपने मूल कर्तब्यों के अलावा गौ सेवा में जुटें हुये है, यहाँ के कर्मचारियों द्वारा गौशाला में लगभग 100 गाय और बछड़ो को रखा गया है, कर्मचारियों के लगन के कारण गौशाला में आमजन, समाज के साथ नगर पंचायत के सहयोग से पर्याप्त मात्रा में चारा पानी की व्यवस्था से गायों को पर्याप्त भोज्य पदार्थ दिया जा रहा है, आपको बता दे कि यहाँ 6 गाय ऐसे है जिन्हें दुर्घटना में घायल होकर यहाँ लाया गया था जिनके ईलाज आज 5 गाय ठीक हो चुकी है, वही एक गाय की ईलाज चल रहा है, यहाँ 05 बछड़ों को सफाई कर्मचारियों द्वारा ही अन्य गाय से दूध निकालकर फिड कराया जाता है।
*गौ सेवा बना धर्म*
गौशाला के सहप्रभारी टिकेश्वर वर्मा ने बताया कि गौशाला में लगातार पशुओं की सुरक्षा देखभाल के अलावा आवारा घूमने वाले पशुओं की सेवा गौ धर्म की तरह किया जा रहा है। सड़क दुर्घटनाओं में घायल व मृत्यु हुए पशुओं की निष्पादन और घायलों का इलाज काफी दिनों से किया जा रहा है। साथ ही गौवंश की सुरक्षा गौवंश वृद्धि गौवंश के बचाव व उपचार चारा पानी की सारी व्यवस्था शासन के सहयोग के अलावा पशु प्रेमियों दानदाताओं के सहयोग से काम कर रहें हैं। सफाई कर्मचारी भुनेश्वर ध्रुव ने बताया कि कुछ दिन पहले पुराना पेट्रोल पैंप मैन रोड से दुर्घटना उपरांत उठाव कर कांजी हाउस में उक्त पशु का उपचार किया गया है और लगातार हमारे टीम के द्वारा पशुओं को बेहतर बनाने में काम कर रही है। कसडोल नगर में गौ सेवा समिति के जागरूकता कारण ही गौ की सेवा करते आ रहे है।
*बिना माँ के बछड़ों को करा रहे फिड*
गौशाला में तकरीबन 40 के करीब बछड़े मौजूद है, इसमें से 05 बछड़े अनाथ होने के साथ दुघर्टना में घायल होकर गौशाला पहुँचे है, जिसके कारण कर्मचारियों को अन्य गायों के दूध निकालकर इन बेजुबानों को फीड कराया जाता है, इसके अलावा बछड़ो को विशेष तौर से एक सेपरेट रूम में भी चारा पानी के साथ रात्रि में रखा जाता है, जहाँ पंखा लगा हुआ है, इसके अलावा कर्मचारियों के द्वारा बछड़ो की उचित देखभाल की जाती है। इधर उचित देखभाल के कारण बछड़ो का विकास भी निरंतर हो रहा है।
*दानदाताओं के सहयोग से हो रहा उद्धार*
6 वर्षो से गौशाला में गौ की सेवा पशु प्रेमी, दानदाताओ के सहयोग से पशुओं का उद्धार हो रहा है, आपको बता दे कि यहाँ गायों के चारा के लिए चारा कटर मशीन मौजूद है, साथ ही इनके ईलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाई भी उपलब्ध है, साथ ही यहाँ दानदाताओं के सहयोग से पंखा भी लगाया गया है, इसके अलावा यहाँ के कर्मचारियों के जिंदादिली के कारण गौ माता की सेवा की जा रही है।
*गौशाला में इसकी है जरुरत*
नगर पंचायत के तत्वावधान में संचालित गौशाला में आंधी तूफान के कारण एक तरफ का शेड उखड़ चुका है, साथ ही भवन के समीप फ्लोरिंग नही होने के कारण नीचे रखा पैरा सड़ जाता है, साथ ही सोलर पावर से हाई मास्क लाइट नही होने के कारण रात्रि कालीन उक्त परिसर अंधेरे में तब्दील हो जाता है, क्योंकि यहाँ भवन पर ही लाइट लगा हुआ है, बाकी जगह लाइट नही होने के कारण आधा परिसर अंधेरे में नजर आता है, इधर गौ सेवा में जुटे कर्मचारियों ने उक्त मांग निरीक्षण कर आमजनों सहित पशु प्रेमियों से व्यवस्था करने का आग्रह किया है।