Home बड़ी खबर कर्मचारियों को डीए नहीं मिलने और पिंगुवा कमेटी लागू नहीं होने से नाराजगी बढ़ी।

कर्मचारियों को डीए नहीं मिलने और पिंगुवा कमेटी लागू नहीं होने से नाराजगी बढ़ी।

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कर्मचारियों को डीए नहीं मिलने और पिंगुवा कमेटी लागू नहीं होने से नाराजगी बढ़ी।

 

।।खबर सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।

रायपुर 12 मार्च 2024 । राज्य के अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन ने समय पर उनके प्रमुख मांगों का निराकरण नहीं होने से नाराजगी जताई है। राज्य के कई कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने विगत एक माह से शासन प्रशासन से मिलकर और ज्ञापन सौंपकर अपनी प्रमुख समस्या से अवगत कराते हुए मांगों को लागू करने की मांग की है।संघ ने शासन को‌ याद दिलाया‌ की कर्मचारियों को मोदी के गारंटी अनुसार 4% डीए की भुगतान करने , पिंगुआ कमिटी कि रिपोर्ट लागू करने, विभिन्न केडर के कर्मचारियों के वेतनमान विसंगति को दूर करने,ग्रेड पे में संशोधन करने जैसे प्रमुख मांगे हैं।चुंकि फेडरेशन के ज्ञापन पत्र पर पहले ही कहा जा चुका है कि उक्त मांग कि समाधान आचार संहिता लागू होने के पूर्व उचित कार्यवाही किया जाए परंतु अभी तक फेडरेशन के मांगों पर शासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होने से समस्त अधिकारि कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है।

कइयों केडर के कर्मचारीयों को उनके योग्यता और प्रशिक्षण अवधि अनुसार ग्रेड पे, समान काम का समान वेतन नहीं मिल रहा है इस पर कईयों बार राज्य के लिपिक वर्ग,स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारीयों ने आंदोलन कर चुके हैं इन्हें आश्वासन के अलावा आज पर्यंत कुछ हासिल नहीं हुआ है।ग्रेड पे कम मिलने से कई कर्मचारी संगठनों में रोष व्याप्त हैं।कांग्रेस सरकार के भी 5 साल का कार्यकाल गुजर गया। अभी भाजपा की सरकार आ गई फिर भी कर्मचारियों के वेतन विसंगति,ग्रेड पे असमानता जैसे प्रमुख मागों पर आज पर्यंत गौर नहीं करने से उनमें नाराजगी व्याप्त हैं।ये कर्मचारी संघ पिछले दो दशक से अपने हक अधिकार के लिए आंदोलनरत हैं।कर्मचारी संघ का कहना है कि इन्हें दोनों सरकारों ने छला।

राज्य सरकार के लिपिक वर्ग,राजस्व विभाग ,महिला एवं बाल विकास विभाग व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों में ग्रेड पे को लेकर सबसे ज्यादा नाराजगी हैं ।स्वास्थ्य विभाग के आर एच ओ,सुपरवाइजर, स्टॉफ नर्स हैं इनका कहना है की अपने ही विभाग के कम अवधि में प्रशिक्षण प्राप्त कर्मचारियों को ज्यादा ग्रेड पे देय है जबकि इन्हें अधिक साल का कोर्स करने के बाद भी कम ग्रेड पे दिया जा रहा है।इसके लिए इस कर्मचारी संगठनों ने 2018 में करीब 20 – 20 दिन का आंदोलन किया था सरकार से आश्वासन मिलने पर आंदोलन स्थगित किया था लेकिन समस्या आज भी बरकरार है।स्टॉफ नर्स संघ ने अपने 4600 ग्रेड पे और पदनाम परिवर्तन नर्सिंग ऑफिसर को लेकर हर 2 साल में हड़ताल करते आ रहे हैं फिर भी इनकी मांगों की अनदेखी की जा रही है। स्टॉफ नर्स संघ ने अगस्त 2023 में 25 दिन का आंदोलन किया था 7 माह गुजरने के बाद भी विभाग हड़ताल अवधि का इन्हें वेतन नहीं दे पाया है।वहीं स्वास्थ्य विभाग के आर एच ओ, लिपिक वर्ग के कर्मचारी सहित अन्य समान केडर के कर्मचारीयों ने 2800 रू ग्रेड पे प्रदान करने की मांग कर रहे हैं।