रिपोर्टर/तोषन प्रसाद चौबे/सिध्दार्ध न्यूज़
सक्षम समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसन्धान मंडल छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा आज 05/02/2024को कुष्ट जागरूकता पखवाड़ा के अंतर्गत कुष्ट रोग जागरूकता, उपचार एवं भ्रान्तिया विषय पर संगोष्टी का आयोजन किया गया। उक्त संगोष्टी मे कर्नाटक बंगलोर से प्रसिद्ध कुष्ट रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनीषा गोडबोले जी मुख्य अतिथि के रूप मे सम्मिलित हुई। सर्वप्रथम कार्यक्रम के आरम्भ मे बिलासपुर से शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय मे सहायक प्राध्यापक के रूप मे कार्यरत डॉ निधि मरकाम द्वारा सक्षम संगठन मंत्र का पाठ किया गया। सक्षम के प्रांत सह सचिव लोकनाथ सेन द्वारा उपस्थिति सभी अतिथियो का स्वागत करते हुए उनका परिचय संगोष्टी मे उपस्थित समस्त श्रोताओ से करवाया गया। सक्षम के प्रांत सचिव अनुप पांडे द्वारा कुष्ठ रोग के लिए छत्तीसगढ़ सक्षम के सविता प्रकोष्ठ द्वारा किये गये कार्यो की जानकारी मंच से दिया गया साथ शासन स्तर से चलाये जा रहे कुष्ट निवारण पखवाड़ा की जानकारी दी गयी। मुख्यतिथि डॉ मनीषा जी द्वारा कुष्ट रोग के बारे मे विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गयी। उन्होंने बताया की कुष्ट रोग हर मरीज से नहीं फैलता कुष्ट रोग केवल अति संक्रमित मरीज जिनके छिंकने, खांसने और स्वास लेने से फैलता है। जबकि यह उन्ही लोगो मे फैलता है जिनके शरीर का रोधक छमता कम होता है। जिनकी इमयूनिटी स्ट्रांग हो ऐसे लोगो को बीमारी होने की संभावना कम होती हैं। इसका संक्रमण चेहरे, नर्वस सिस्टम आदि पर जल्दी असर करता है, यदि किसी के शरीर मे सफ़ेद लालिमा लिए हुए दाग़ दिखाई दे जिसमे खुजली, दर्द या किसी नुकीली चीज से छूने से पता न चले वो कुष्ट हो सकता है। ऐसी स्थिति हमे तुरंत कुष्ठ रोग का सही इलाज और जाँच करवाना चाहिए। प्रारंभिक लक्षण के रूप मे जिन लोगो को पेन्, कैची, चाकू पकड़ने मे दिक्क़त होती है उन्हे नर्वस सम्बन्धित कुष्ठ रोग होने की संभावना होती है। छत्तीसगढ़ सक्षम के प्रांत सविता प्रकोष्ट प्रमुख डॉ सत्यनारायण पांडे द्वारा कुष्ट के बारे मे संछिप्त मे जानकारी देते हुए कहा गया की जेन नई जनाय, नई खजवाय तेने कुष्ठ रोग आये। जिसके पश्चात उपस्थिति श्रोताओ मे से रामजी राजवाड़े प्रांत संगठन सचिव, लोकनाथ सेन प्रांत सह सचिव, नूतन सेन जिला सचिव बलौदा बाजार, विद्या साहू बिलासपुर, डॉ अनिरुद्ध प्रसाद दंतेवाड़ा, डॉ MS राव, अविनाश चैटर्जी जिला सचिव रायपुर द्वारा कुष्ठ के सम्बन्ध मे प्रश्न पूछे गए। डॉ मनीषा जी द्वारा बताया गया की रोग ठीक होने के बाद भी रोगे मे कम हुई या ख़त्म हुई संवेदना वापस नहीं आती इसका विशेष ध्यान रखना पड़ता है। घर मे परिजन कुष्ट का संभावना नजर आने पर आवश्यक सावधानी बरतें लेकिन भ्रान्तियों से दूर रहे और मरीज का उचित देखरेख अवश्य करें। साथ हि पोस्टिक भोजन आवश्यक साफ सफाई बहुत जरूरी है जिससे रोग जल्दी से जल्दी ठीक हो सके। कार्यक्रम का समापन बलोदा बाजार जिला सचिव नूतन सेन द्वारा कल्याण मंत्र प्रस्तुत करके किया गया। जिसमे कार्यक्रम का संचालन प्रांत सह सचिव लोकनाथ सेन, कोरबा द्वारा किया गया।