Home बड़ी खबर अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जगह-जगह पुजा अर्चना कर गांव की खुशहाली मांगी गई।

अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जगह-जगह पुजा अर्चना कर गांव की खुशहाली मांगी गई।

अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जगह-जगह पुजा अर्चना कर गांव की खुशहाली मांगी गई।


रिपोर्टर/तोषन प्रसाद चौबे/सिध्दार्ध न्यूज़
अयोध्या में रामलला जी की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर खपरी भ, भवानीपुर, तमोरी, भरुवाडीह, मलपुरी, गिधपुरी, तेलासी, हरिनभट्ठा, कुची, सहाड़ा, वटगन, जुनवानी , बम्हनी रीवाडीह मोहान सहित विभिन्न स्थानों में जगह-जगह श्रीराम जी का विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना किया गया खपरी भवानीपुर में प्रातः कालीन उठकर कीर्तन मंडली द्वारा गांव के गली चौक चौराहा में श्रीराम जी की जय कारा लगाते हुए कीर्तन भजन किया गया गांव के हनुमान मंदिर में उपस्थित होकर अर्चना कर उनके माताएं कीर्तन मंडली यादव नित्य सभी एक साथ मिलकर कलश यात्रा व गांव के देव स्थल मैं भी ग्रामीण उपस्थित सभी एकत्रित होकर गांव की खुशहाली की कामना करते हुए मनोकामना किया महामाया चौक में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन रखा गया था जिसमें त्रिमूर्ति मानस परिवार खपरी, जय मां शारदा मानस मंडली तमासिवनी, संगी जहुरिया मानस मंडली कुरुद, मासूम सुवा झांकी परिवार खपरी भ मां शारदा सुवा परिवार कोसम खुटा आरंग आयोजन रखा गया था जिसमें आसपास के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित होकर आनंद लिऐ। सुबह से देर रात तक परी परी सांस्कृतिक कार्यक्रम दिए जो की बहुत ही मनमोहक था विभिन्न देवस्थानों में पूजा अर्चना करने के पश्चात प्रसादी का भी वितरण किया गया। शाम को प्रत्येक घर के सामने रंगोली एवं दीपक सजाकर बड़ी सुंदर ढंग से सजाया गया था जिसे आयोजन समिति द्वारा इनाम भी दिया गया। जिसे बड़ी संख्या में ग्रामीण ने भाग लिया इस अवसर पर सरपंच सोनुराम साहू उपसरपंच मुकेश झा भुपेंद्र सेन दूजराम बलराम दुखुराम पुसरु निषाद, देवेंद्र सेन दयानंद गेन्टरे रितेश झा पवन साहूअमन दिपक राय सिंह दाऊलाल हीरालाल लकेश्वर निषाद जुगल कन्नौजे संतोष नारायण ध्रुव अश्वनी सेन नंद कुमार साहू नवीन साहू फागुराम सेन नारायण साहू बोधिराम साहू, बलिराम साहू ईश्वर ध्रुव तुंमनाथ पीलू राम विश्वकर्मा दीनानाथ गैदराम सेन दुखीराम साहू, मुकेश चंद्राकर पप्पू ध्रुव तोरण नेताम मुखीराम सेवकराम, मोतीराम मदन शनी ध्रुव आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।