Home बड़ी खबर JNU/DU दिल्ली के शोधार्थी छात्र टीम गुरुघासीदास की ऐतिहासिक सतनाम-विचार-धर्म एवं LSU के प्रवासी मजदूर आंदोलन को जानने GSS/LSU के आफिस आकर जानकारी संकलित किए।

JNU/DU दिल्ली के शोधार्थी छात्र टीम गुरुघासीदास की ऐतिहासिक सतनाम-विचार-धर्म एवं LSU के प्रवासी मजदूर आंदोलन को जानने GSS/LSU के आफिस आकर जानकारी संकलित किए।

0
JNU/DU दिल्ली के शोधार्थी छात्र टीम गुरुघासीदास की ऐतिहासिक सतनाम-विचार-धर्म एवं LSU के प्रवासी मजदूर आंदोलन को जानने GSS/LSU के आफिस आकर जानकारी संकलित किए।

बिलासपुर 19 जनवरी 2024 । विगत दिनों 17-01-24 को दिल्ली के (JNU एवं DU के छात्र) शोधार्थी छात्र टीम छत्तीसगढ़ में हसदेव आंदोलन के समर्थन में आए हुए हैं। वे इसके साथ छत्तीसगढ़ की नूतन-पुरातन महत्वपूर्ण जानकारी भी संकलित कर रहे हैं। दिल्ली के विख्यात जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के सिनियर स्टुडेंट एक्टीविस्ट सुश्री राशि अग्रवाल (मूल निवासी-अकलतरा-(छत्तीसगढ़) ने इस टीम के GSS/LSU प्रमुख लखन सुबोध से भेंट कर परामर्श आदान प्रदान किया था। इस भेंट में श्री सुबोध ने गुरुघासीदास सेवादार संघ (GSS) की स्थापना एवं गतिविधियों (ई. 2000) के पूर्व शोध-खोज के लिए बनी संस्था गुरुघासीदास विचार शोध संस्था (GVSS) की स्थापना 1998 में हुई थी,इस संस्था के गतिविधियों की जानकारी साझा किया।

श्री सुबोध ने आज की हालात में मनुवादी फासिस्टों को हराने के लिए भारत में मनुवाद के खिलाफ चले उन ऐतिहासिक विचार-आंदोलन-धर्म जो, नास्तिक चार्वाक,ईन्द्रमर्दन श्री कृष्ण, गौतम बुद्ध, गुरुरविदास, गुरूकबीर, गुरुघासीदास से लेकर शहीद ए आजम भगतसिंह,बाबासाहेब डा. आम्बेडकर और आज तक के किसान मजदूर आंदोलन को जानना-पहचानना- *प्रतिष्ठित कर इसी को हमारा “आइकान”* बनाना होगा।

इन नूतन-पुरातन आंदोलन से डरकर ही मनुवादी प्रचार-प्रोपगेंडा तत्व इसे अपने पाले में यूज करने मिथक को इतिहास और इतिहास को मिथक में बदला है। हमारे वास्तविक आइकान को हाइजैक (अपहरण) कर हमे ही डराया जा रहा है।यह सब जनजागरुकता चलाने के लिए मिशनरी वर्क की जरुरत है और इसी से पुरातनकाल में इन्द्रमंडली जैसे सारी सत्ता-संपत्ति पर एक छत्र राज करने एवं ऐसे तानाशाह इन्द्र के खिलाफ संघर्ष करने वालों को असुर राक्षस कहकर दमित-बधित करने अभियान चला था।और अब नूतनकाल में ऐसे इन्द्र मंडली को परास्त करने श्री कृष्ण के लोकयुद्ध जैसा इन्द्र मर्दन का आंदोलन संगठित करना होगा और इन्द्र विरूद्ध कृष्ण की मिथकिय लीलाओं को ऐतिहासिकता में गढ़ने का सांस्कृतिक प्रकल्प तैयार करना होगा।

श्री सुबोध ने GSS की मित्र संस्था लोक सिरजनहार यूनियन (LSU) का गठन (ई.2018) एवं गतिविधियों की जानकारी भी दिए और LSU के आगामी (फरवरी से मई 2024 तक) के कार्यक्रम की रूपरेखा, जिसमे देश के उन प्रमुख हिस्से में जहाँ छत्तीसगढ़ से लाखों लोग ईंट भट्ठा व निर्माण स्थलों में काम पर प्रवास में गये हैं,उन जगहों पर प्रवासी मजदूरों का सम्मेलन (LSU की मित्र संस्थाओं ने एक संयुक्त मोर्चा प्रवासी मजदूर संगठनों का संयुक्त मोर्चा PMSSM का निर्माण किया है और PMSSM द्वारा एक सांस्कृतिक टीम भी बना है एवं सांस्कृतिक टीम की प्रस्तुतियां भी होगी।

इस सूचना पर छात्र टीम ने कहा कि जिन तारीखों में दिल्ली में यह कार्यक्रम होगा तो वे सहर्ष सहयोग देंगे।शोधार्थी छात्र टीम के शौर्या मजुमदार, सुश्री शलोम गौरी बैंगलोर, दर्शन दीप बरोह, सुश्रीअरूंधती लहिरी मुनीरका नई दिल्ली शामिल रहे। इस शोधार्थी छात्र टीम को श्री सुबोध ने GSS साहित्य का एक सेट सप्रेम भेंट किया। उक्त आशय की जानकारी कार्यालय सचिव अजय अनंत ने दी।