रोटी सम्मान का सत प्रघोष यू ट्यूब चैनल का ग्राउंड रिपोर्ट से गुलशन बंजारे की रिपोर्ट।
मुंगेली 31 दिसंबर 2023 । विगत दिनांक 18-12-2023 को रोटी सम्मान का सत प्रघोष “यू ट्यूब चैनल ने लोरमी , जिला मुंगेली छत्तीसगढ़ स्थित के पेंड्री तालाब में फैले-फैलाए जा रहे कथित चमत्कार का जायजा लेने फील्ड का दौरा कर लोगों से भेंट-चर्चा की। मिली जानकारी के अनुसार इस तालाब में नहाने से रोग मुक्त होने की धारणा के पीछे, लोगों को जागरूक न कर चमत्कार होने संबंधी बातों पर कहीं मौन समर्थन,कहीं मुखर समर्थन देखने को मिला लेकिन कहीं भी अंधविश्वास के खिलाफ जन जागरूकता करने वाले नहीं मिले ।
कुछ ऐसे लोग भी मिले -दिखें जो आम तौर पर सार्वजनिक बयान-कसरतबाजी करते हुए *वैज्ञानिकता की थोथी* बात करते हैं , लेकिन वे भी चुप रहकर या इधर-उधर की हांककर चमत्कार-अवैज्ञानिकता के पक्ष में खड़े दिखें । यदि कोई रोग निरोधक पानी -मिट्टी है, तो उसका *प्रयोगशाला में जांच कर* अनुकूल-प्रतिकूल परिणाम प्राप्त किया जा सकता है।लेकिन यह सब न कर पाखंड की तरफदारी करते हुए, अपनी-अपनी झोली भरते हुए नजर आए।ऐसे कई आमजन भी दिखे -मिले, जो इससे फायदा नहीं हुआ कहते मिले ।लेकिन चैनल को कोई बाइट देने तैयार नहीं हुए। उन्हें शायद डर लगा हो कि, उनके ऐसा बोलने से वे परेशानी में पड़ जाएंगे।सच के पक्ष में खड़े हुए आवाज करते विशिष्ट जन व प्रशासन नजर नहीं आया। शायद अंधविश्वास-पाखंड की उमर बहुत ज्यादा है,क्योंकि उसे पालने – बढ़ाने में कथित वैज्ञानिकता का पैजामा पहने *ढोंगी लोग* ही हैं।इस पैजामें के नाड़े को *खिंचने वाले अभी बच्चे-कच्चे* हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि,इस चमत्कार का खेला-प्रदर्शन उन ऐतिहासिक महापुरुषों के नाम पर किया जा रहा है,जो अपनी कुर्बानी देकर अंधविश्वास-पाखंड का विरोध किए थे। लेकिन उन्हीं नामधारीयों के कथित वंशजों के -अनुयायी, पाखण्ड-पंडागिरी का झंडा लहरा रहे हैं।लेकिन एक दिन जरूर पाखंडवाद खत्म होगा। जैसे इतिहास में अनेकों पाखंडों का खात्मा जन जागरूकता से होते आया है ।चैनल के गुलशन बंजारे ने कहा की सत्य परेशान हो सकता है लेकिन हारेगा नहीं एक दिन अंत में विजय सत्य की ही होगी।
प्रस्तुती – रोटी सम्मान का सत प्रघोष चैनल की ओर से गुलशन बंजारे की रिपोर्ट।