।।खबर सिद्धार्थ न्यूज़ से नीलकांत खटकर।।
सारंगढ़ बिलाईगढ़ 27 नवंबर 2023 । ग्राम सलिहा के जंगल में गुप्त गंगा मुनिचुआ स्थित है।माना जाता है कि पूर्व में यहां पर किसी मुनि ने तप किया था और इस गुप्तगंगा के जल में स्नान एवं सेवन करते थे, जिसके कारण इस स्थान का नाम मुनिचुआ पड़ा। यह भी माना जाता है कि इस गुप्त गंगा का सीधा संबंध नरसिंहनाथ एवं समुद्र से मिला है,इसके गहराई का अभी तक किसी ने अंदाजा नहीं लगा पाया है। जिसके कारण इस गुप्त गंगा में स्नान करने एवं इसके जल को सेवन से मनुष्य के पाप धुल जाते हैं और उनके मनोकामना पूर्ण होती है। गुप्त गंगा भगवान शिव को समर्पित है।गुप्त गंगा के दर्शन कार्तिक पूर्णिमा को, देव दिवाली के दिन करते हैं। इस दिन गुप्तगंगा मुनि चुआ में विशाल मेला लगता है,दूर- दूर से लोग गुप्तगंगा के दर्शन करने आते हैं। इस वर्ष शिव जी के वार सोमवार होने से गुप्तगंगा मुनिचुआ दर्शन करने जन सैलाब उमड़ पड़े।भीड़ को देखते हुए लोगों की सुरक्षा के लिए शासन-प्रशासन के द्वारा जगह- जगह पर पुलिस की व्यवस्था की गई है। लोग गुप्त गंगा के दर्शन कर प्रसादी के रूप में भण्डारे का प्रसाद ग्रहण किये। यहां पर हजारों लोगों के लिए भण्डारे एवं प्रसादी का व्यवस्था किया गया था। मेला में बिलाईगढ़ राजघराने से महाराज ओंकारेश्वर सरण सिंह दीवान साहब मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। जहां पर पूरे दिन भर पण्डवानी गायिकाओं के द्वारा विविध कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में ग्राम छुईहा, धनसीर,धौराभाठा, सलिहा, छपेरी, भोगडीह, मलुहा, परसापाली,लाखडबरी,बिजयनगर, बघमल्ला, सुरगुली सहित अनेक गांवों के लोग पहले से ही भण्डारे एवं परसादी की व्यवस्था में लगे हुए थे। जहां पर हजारों लोगों ने परसादी एवं भोजन ग्रहण किया।