।। खबर सिद्धार्थ न्यूज़ से नीलकांत खटकर।।
रायपुर/ महासमुंद 29 10 2023 । आज से ठीक डेढ़ वर्ष पूर्व बागबाहरा (जिला महासमुंद) की भागवत कथा वाचिका श्रीमती यामिनी देवी साहू पर हिंदू परिषद ब्राह्मण समाज के मीडिया प्रभारी द्वारा जो अनर्गल बातें व उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था ऐसे दोषियों के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं को गई है जिसे लेकर कड़ी कार्रवाई करने GSS अब सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगा। GSS संघ के रामनारायण भारती ने बताया की डेढ साल पूर्व हिंदू परिषद के सदस्यों द्वारा साहू समाज की कथा वाचक यामिनी साहू को दर्जनों बार साहू, शुद्र , छोटी-नीच जाति की महिला को कथा व्यास पीठ में नहीं बैठने की धमकी दी गईं और गाली गलौज की गई थीं जिससे आहत होकर छ ग सहित विभिन्न राज्यों के संगठनों ने इस घटना की आलोचना की थी। तथाकथित धर्म के ढेकेदारों ने कहा था कि तुम साहू शुद्र हो भागवत नहीं कर सकते। व्यास मंच पर तुम्हें बैठने का अधिकार नहीं है ..जाओ मुजरा करो..तुम नहीं माने तो हम तुम्हें कथा स्थल में आकर मंच से उतारेंगे। तुम्हारे समाज वाले तुम पर थूकेंगे अब पूरे सब लोग थूकेंगे। महिलाएं व्यास पीठ को दूषित कर देती हैं। महिलाएं रजोधर्म के कारण चाण्डिलक रुप होता है। मैं हिन्दू परिषद ब्राम्हण समाज का मिडिया प्रभारी हूं और पूरे परिषद की ओर से चेतावनी दे रहा हूं। तुम व्यास पीठ पर नहीं बैठ सकती। इन बातों से यामिनी देवी साहू स्वाभाविक रूप से डर – भय अपमान पीड़ा से व्यथित हुई उन्हें ठेस पहुंची थी। जो अखबारों में/ सोशल मीडिया में यह चर्चा का बड़ा मुद्दा बना रहा लेकिन कार्यवाही नहीं हुई।
गुरुघासीदास सेवादार संघ (GSS) ने इन बातों पर जातिवादी मनुवादी फासिस्टों पर त्वरित सख्त कार्यवाही के लिए शासन को ज्ञापन सौंपा और दिनांक 30-03-22 को रायपुर में डा. अम्बेडकर मूर्ति परिसर में इस घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया था। दिनांक 27-03-22 को पुलिस थाना बागबाहरा में FIR दर्ज भी हुआ। दोषियों में से कुछ को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वे कुछेक दिन बाद छुट भी गए। लेकिन आज डेढ़ वर्ष हो गया है,दोषियों पर मुकदमा चल रहा है या नहीं चल रहा है, अब तक क्या स्थिति है यह समझ से परे है। इसमें सबसे बड़ा गड़बड़झाला-संदेह इसलिए हो रहा है कि इन डेढ़ सालों में आवेदिका/ रिपोर्टकर्ता यामिनी देवी साहू को आज तक FIR होने के बाद पुलिस अदालत से बयान-गवाही के लिए कुछ भी लिखित-मौखिक नोटिस/ समन्न प्राप्त नहीं हुआ है। इसलिए इस पर पुलिस थाना बागबाहरा में GSS द्वारा RTI लगाया गया है। GSS मानता है कि संविधान में सबको अपने अपने धर्म पर आस्था विश्वास रखकर कथा वाचन करने का अधिकार प्राप्त है क्यों कि साहू समाज भी हिंदू धर्म में आता है हिंदू होकर भी इस तरह यामिनी साहू के साथ दुर्व्यवहार करना कितना उचित होगा यह सोचनीय विषय है। भारती ने कहा की क्या साहू समाज हिंदू धर्म के अंतर्गत नहीं आता जो की इस तरह से दुर्व्यवहार किया गया?? क्या भारत देश के ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य जिनकी देश में जनसंख्या 10 फीसदी हैं क्या ये ही हिंदू हैं ?? इस घटना से क्या साहू समाज के हिंदू लोगों को ठेस नहीं पहुंचेगा या केवल वोट बैंक के समय ही ओबीसी को हम सब हिंदू एक हैं का नारा बुलंद कर वोट हथियाया जाता है और फिर चुनाव के बाद इन वर्ग को तुम शुद्र हो कह कर लतियाया जाता है आखिर ऐसे भेदभाव कब तक चलेगा ?
संघ के रामनारायण भारती ने आगे कहा की भारत देश में ओबीसी की संख्या 55 फीसदी है ,सामान्य वर्ग की जन संख्या 10 फीसदी,अनुसूचित जाति की जन संख्या 20 फीसदी है ,जनजातीय की करीब 5 फीसदी और अल्पसंख्य की संख्या10 फीसदी है।लेकिन उक्त परिषद के मीडिया प्रभारी द्वारा इस तरह वक्तव्य देना,गाली गलौज करना,महिला के साथ दुर्व्यवहार करना क्या उचित है ?? मैं भारत देश के न्यायपालिका,कार्यपालिका,विधायिका और मीडिया से पूछना चाहता हूं कि इस घटना का स्वतः संज्ञान लेकर अब तक आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही क्यों नहीं की गई है?? जब की भारत की केंद्र सरकार ओबीसी, एससी, एसटी के दम पर हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहती है और इन वर्गों में समानताएं नहीं है तो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की परिकल्पना कैसे पूरी होगी यह बेहद ही विचारणीय विषय है। हिंदुओ में भेदभाव,छुआछूत,असमानता अभी चरम पर है यदि भारत को हिन्दूराष्ट्र घोषित कर दिया जाता है तो इन वर्गों के ऊपर कितना अन्याय,अत्याचार शोषण होगा इसे भी जानना जरूरी है ?? अतः इन तमाम विषयों और घटनाओं को देखते हुए GSS अब संगठित होकर व्यापक आंदोलन करने एक्शन प्लान बनाकर जन आंदोलन व अदालती कार्रवाई करेगा।उक्त आशय की जानकारी GSS के रायपुर प्रवक्ता रामनारायण भारती (मो नंबर 7999371997 ) ने दी है।