Home बड़ी खबर किसान नेता बृजेश आजाद और उनकी पत्नी प्रभा की गिरफ्तारी की भाकपा माले रेडस्टार ने कड़ी निन्दा की।

किसान नेता बृजेश आजाद और उनकी पत्नी प्रभा की गिरफ्तारी की भाकपा माले रेडस्टार ने कड़ी निन्दा की।

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किसान नेता बृजेश आजाद और उनकी पत्नी  प्रभा की गिरफ्तारी की भाकपा माले रेडस्टार ने कड़ी निन्दा की।

 

लखनऊ 19 अक्टूबर2023। भाकपा माले रेडस्टार उत्तर प्रदेश राज्य सांगठनिक कमेटी के समन्वयक कामरेड कन्हैया ने किसान नेता बृजेश आज़ाद उर्फ बृजेश कुशवाहा और उनकी पत्नी प्रभा की नक्सली कनेक्शन के नाम पर की गई गिरफ्तारी की कड़ी निन्दा किया है और फासिस्ट योगी सरकार से बिना शर्त यथाशीघ्र किसान नेता और उनकी पत्नी को रिहा करने की मांग किया है

भाकपा माले रेडस्टार उत्तर प्रदेश राज्य समन्वयक कामरेड कन्हैया ने कहा कि ब‌जेश आजाद उर्फ बृजेश कुशवाहा मजदूर किसान एकता मंच से जुड़ें हुए है और इसी संगठन के बतौर सक्रिय कार्यकर्ता देवरिया जिले में मजदूरों, किसानों के बीच काम करते हैं और उन्हें संगठित करते हुए उनके सवालों को लेकर लोकतांत्रिक तरीके से उनकी आवाज शासन प्रशासन में उठाते हैं और उनकी पत्नी,जो सावित्रीबाई फुले अधिकार मंच से जुड़ी रही हैं दोनों लोगों को नक्सली कनेक्शन बताकर एटीएस ने गिरफ्तार किया है।उनकी पत्नी प्रभा को एटीएस उत्तर प्रदेश ने रायपुर छत्तीसगढ़ में उनके घर में जहां वह स्वास्थ्य लाभ के लिए गई थी,वहां से चोरी छिपे उन्हें गिरफ्तार किया है।

कामरेड कन्हैया ने बताया कि दोनों लोग पति , पत्नी अपने घर पर रहकर खेती किसानी करते हुए किराए की दुकान लेकर बैग बेचकर आजीविका चलाते हुए समाजिक जीवन जी रहे थे।वे हमेशा अपनी रोजी रोटी चलाते हुए किसान मजदूर आन्दोलन से जुड़े कार्यक्रम में सांस्कृतिक कर्मी के रूप में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया करते हैं। उन्होंने कहा कि बृजेश की पत्नी के बारे में पता चला है कि तीन माह से प्रेगनेंट हैं,ऐसी हालत में भी पुलिस रिमांड पर लेना घोर अमानवीय कदम है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके कम्युनिस्ट साहित्य को संदिग्ध बताते हुए पिछले चार साल पहले 5 जुलाई 2019 को उनके जब्त किए गये मोबाईल, लैपटाप को आधार बनाकर गिरफ्तार किया है।

कामरेड कन्हैया ने कहा कि इधर के दौर में देवरिया से लेकर पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में कहीं भी कोई नक्सली और माओवादी हिंसा की बारदात नहीं देखा गया है लेकिन फिर भी फासिस्ट योगी सरकार नक्सलवाद और माओवाद के भूत का भय या हौवा खड़ा कर भय,आतंक का माहौल खड़ा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की कार्रवाई से लोकतांत्रिक जनांदोलनों से जुड़े लोगों को चुप कराने का माहौल बनाया जा रहा है ताकि सरकार के गलत नीतियों पर कोई स्वस्थ बहस या जागरुकता न खड़ा हो सके।

कामरेड कन्हैया ने आगे कहा कि इतिहास में यह भी याद किया जाएगा कि एक तरफ भारत में ही तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक जैसे राज्यों में दलित, गरीब भूमिहीन किसानों को राज्य सरकार ने भूमि अधिकार कानून बनाकर जमीन खरीद-खरीदकर दलित, गरीब भूमिहीन किसानों को उपलब्ध कराया।लेकिन इसके ठीक विपरीत उत्तर प्रदेश में एक-एक एकड़ ज़मीन की मांग उठाने वाले अम्बेडकर जनमोर्चा के आयोजक श्रवण कुमार निराला, सिध्दार्थ रामू व पूर्व आईपीएस अधिकारी एस.आर.दारापुरी को फासिस्ट योगी सरकार द्बारा गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि खिरिया बाग (आजमगढ़)में अपनी बची-खुची जमीन मकान बचाने के लिए मजदूरो, किसानों और भूमिहीन ग्रामीण गरीबों को एक साल से लंबा धरना के लिए मजबूर होना पड़ा। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया है कि न्यूज़ क्लिक जैसे जनपक्षधर पत्रकारों के 40 ठिकानों पर छापेमारी, पूछताछ व बिना जब्त इलेक्ट्रॉनिक डाटा का रिकॉर्ड की कोई कापी दिये लैपटाप, मोबाइल जब्त किया गया। पार्टी ने इसे घोर निंदनीय कृत्य बताया और कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसा कृत्य शोभा नहीं देता है

कामरेड कन्हैया ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, किसान नेताओं के यहां कभी एनआईए,कभी एटीएस,कभी इडी की छापामारी को भी घोर निंदनीय कृत्य बताया। भाकपा माले रेडस्टार ने तमाम बामपंथी जनवादी कम्युनिस्ट ताकतों से अपील किया हैं कि बिना सरकारी काम में कोई बाधा पहुंचाए लोकतांत्रिक तरीके से सरकार की जनविरोधी नीतियों की आलोचना जारी रखते हुए किसान नेता बृजेश आज़ाद व उनकी पत्नी के समर्थन में आवाज उठायें जाने की मांग की।