Home बड़ी खबर भारत के सबसे बड़े हॉस्पिटल एम्स रायपुर की लापरवाही से वरिष्ठ कांग्रेस नेता की पत्नी की गई जान।पढ़िए पूरी खबर,,,,,,,,,,

भारत के सबसे बड़े हॉस्पिटल एम्स रायपुर की लापरवाही से वरिष्ठ कांग्रेस नेता की पत्नी की गई जान।पढ़िए पूरी खबर,,,,,,,,,,

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भारत के सबसे बड़े हॉस्पिटल एम्स रायपुर की लापरवाही से वरिष्ठ कांग्रेस नेता की पत्नी की गई जान।पढ़िए पूरी खबर,,,,,,,,,,

।।खबर सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।

 

 

रायपुर 21 सितंबर 2023 । पुरी दुनिया में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है। चूंकि वे देवदूत बनकर साक्षात गंभीर से गंभीर बीमारी से पीड़ित ब्यक्ति की जान बचाता है। यदि इन डॉक्टरों द्वारा गंभीर रूप पीड़ित मरीज का इलाज न करें और उसकी जान चली जाए तो इन भगवानो को क्या नाम दिया जाय यह सोचनीय है। हम आपको आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित सबसे बड़े अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) हॉस्पिटल रायपुर के प्रबंधन,चिकित्सक व कार्यरत स्टॉफ की लापरवाही से एक कांग्रेस नेता की पत्नी की कैसे जान गई उस पूरे घटना क्रम के बारे में बताते हैं। छ ग राज्य में वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है उन्हीं नेता की पत्नी इलाज के अभाव में दम तोड देती है जबकि वे नेता मुख्यमंत्री,विधान सभा अध्यक्ष,राजस्व मंत्री सहित दर्जनों मंत्रियों के करीबी हैं अपनी पत्नी के इलाज के लिए सीएम हाउस,स्पीकर हाउस से एम्स प्रबंधन को बात कराते हैं,लिखित में कई मंत्रियों का पत्र देते हैं फिर भी बेअसर।इतनी पहुंच वालों का इलाज नहीं हो पाता है तो भला आम आदमी का क्या हाल होता होगा यह तो खुलासा हो ही गया। बड़े बड़े मंत्रियों के ओ एस डी एम्स प्रबंधन को तत्काल इलाज करने के लिए फोन पर फोन किया जाता रहा फिर भी कोई चिकित्सक,स्टॉफ इलाज के लिए सामने नहीं आया।उनकी पत्नी की इलाज के अभाव में मौत हो जाती है। एम्स प्रबंधन चिकित्सक व स्टॉफ का दिल नहीं पसीजा, उन्हें भर्ती भी नहीं किया गया जबकि उनको संबंधित विभाग के कमरा में अलॉट कर गंभीर रूप से पीड़ित महिला मरीज का इलाज शुरू कर दिया जाता तो उनकी जान बच सकती थीं लेकिन एम्स प्रबंधन तो केंद्र सरकार से संचालित है तो भला अन्य पार्टी के रिश्तेदारों का इलाज क्यों करेंगे।आपको बता दें की मृतक के पति जे पी नामदेव कोरबा जिले के बालको के निवासी हैं जो भूतपूर्व ट्रेड यूनियन के लीडर रहे वर्तमान में राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन के राष्ट्रीय सचिव के पद पर आसीन हैं।वे अपने छात्र जीवन से ही कांग्रेस पार्टी से जुड़कर पार्टी की विभिन्न आंदोलनों में,सम्मेलनों में शामिल होकर अपना महत्वपूर्ण समय दिया,योगदान दिया लेकिन उनकी ही पत्नी एम्स जैसे बड़े हॉस्पिटल में इलाज के अभाव में दम तोड देती है जो बहुत ही अमानवीय पहलू व दुर्भाग्य की बात है।यहां के स्टॉफ गंभीर मरीज का इलाज करने के बजाय प्रबंधन के रिश्तेदार जो एक सामान्य मरीज थे जो भले चंगे थे बात भी कर रहे थे उनके पीछे पूरे अस्पताल प्रबंधन इलाज के लिए जुट गए थे।इस संदर्भ में एम्स प्रबंधन का उनका अपना पक्ष जानने के लिए जब हमारे न्यूज़ पोर्टल के एडिटर इन चीफ ने प्रबंधन से मोबाईल से संपर्क किया तो उन्होंने मोबाइल रिसिव नहीं किया। इस पूरी घटना को श्री नामदेव ने इस तरह बताया ,,,,,,,,,,,,,जिसे हुबहू आपसे रूबरू करा रहें हैं पढ़िए आगे नामदेव जी ने क्या कहा ???

 

जे पी नामदेव ने कहा – मेरी स्वर्गवासी धर्मपत्नी श्रीमती खेमेशवरी नामदेव उम्र 68 वर्ष की एम्स हास्पीटल रायपुर छत्तीसगढ़ में गेस्टोलाजी विभाग में दिनाक 23/5/2023 से इलाज चल रहा था अचानक तबियत ज्यादा खराब हो गई,उन्होंने खाना पीना छोड़ दिया, उठ बैठ नहीं पा रहीं थीं उसी हालत में हमने रात में लगभग 12:30 बजे शनिवार दि 2/9/23 मध्य रात्रि में आपातकालीन ट्रामा सेंटर एम्स हास्पीटल रायपुर छत्तीसगढ़ में लेकर गये वहां ड्यूटी में कार्यरत डाक्टर मैडम ने देखने के लिए मना कर दिया काफी अनुरोध के बाद भी नहीं देखी ऊपर से बोली गेस्टोलाजी OPD मे दिखावो मैने बताया कि मंगलवार को डाक्टर मिलेंगे तो भी कुछ इलाज नहीं किया बल्कि बोलीं कि मैं अभी अपने HOD के रिलेशन को देख रहीं हूँ जबकि वो अच्छा खासा बोल रहा था बातचीत कर रहा था तथा ड्यूटी गार्डों को बुला कर गुस्से से हमें बाहर निकलने के लिए बोलीं हमें बाहर निकाल दिये दिनांक 4/9/23 को OPD गस्टोलाजी सर्जरी डाक्टर ने भी इलाज करने से मना कर दिया। मैं दिनांक 5/9/23 को OPD Gestro के पास गम्भीर हालत में जांच के लिए लेकर डाक्टर के पास गया अचानक डाक्टर के सामने ही मेरी पत्नी चल बसी। मौत हो जाने के बाद भी बदनामी और आरोपों से बचने मेरी मृत पत्नी को ट्रामा सेन्टर ले जाकर इलाज करने लगे जबकि गेस्टोलाजी विभाग का डाक्टर बोले कि स्वर्गवासी हो गयीं। वहां की लापरवाही के चलते मेरी पत्नी की जान चली गई इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा ?? ऐसे ड्यूटी में कार्यरत डाक्टरों पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिये ताकि आगे घटना की पुनरावृति न हो।

प्रार्थी

जगदीश प्रसाद नामदेव

उम्र 72 वर्ष

बाल्को नगर, कोरबा, छत्तीसगढ़