
।। खबर सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।
रायपुर/बिलासपुर 20 सितंबर 2023 । विगत दिनों डॉ. अम्बेडकर प्रतिमा, जेल रोड,बिलासपुर (छ. ग.) में PMSSM का पूर्व नियोजित सभा-प्रदर्शन ,रैली कार्यक्रम संपन्न हुआ। ज्ञात हो कि पिछले माह ही प्रवासी मजदूरों की समस्याओं पर कार्यरत *विभिन्न मजदूर संगठनों* ने मिलकर PMSSM का गठन किया है यह उनका पहला कार्यक्रम था। इस मोर्चा में लोक सिरजनहार यूनियन (LSU) ,ईंट भट्ठा मजदूर यूनियन, छत्तीसगढ़िया बनिहार संघ, इंकलाबी मजदूर किसान संगठन, श्रमिक अधिकार एवं न्याय संगठन, मजदूर संगठन पतईडीह सहित कई संघ शामिल थे और कई मजदूर संगठन मोर्चा में जुड़ने की दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
विगत दिनों बिलासपुर में प्रवासी मजदूर संगठनों का संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में आम्बेडकर सर्किल सिविल लाइन पर मजदूरों की सभा की गई । सभा के बाद आम्बेडकर सर्किल से संयुक्त श्रम आयुक्त कार्यालय तक रैली निकाल कर *सहायक श्रम आयुक्त* को ज्ञापन दिया गया।सभी वक्ताओं ने कहा की, छत्तीसगढ़ से लाखों की संख्या में देश के अलग-अलग राज्यों में दलालों के मार्फत से मजदूर पलायन करते हैं संगठन के अभाव में बहुत ही असुरक्षित होते है एवं मजदूरों का शोषण भी होता है ।
सभा में सभी ने बताया की, छत्तीसगढ़ सरकार इन मजदूरों के पलायन को रोकनें में नाकाम रही है। आजादी के बाद भी *श्रम कानूनों* का सही तरह से लागू नहीं होने से आज भी मजदूरों का शोषण हो रहा है। वह गुलामी का जीवन जीने को मजबूर हैं।
सभा में सामूहिक रूप से मांग की गयी कि अन्तर्राज्यीय प्रवासी कर्मकार अधिनियम 1979 ठीक से लागू नहीं होने व यह कानून ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा देने की वजह से मजदूर, बंधुआ मजदूर बनने को मजबूर हैं।इसलिएं महाराष्ट की तर्ज पर *मथाडी बोर्ड* व झारखंड राज्य में *”माइग्रेंट रिसोर्स सेंटर”* की स्थापना की हुई है। इस तरह छत्तीसगढ़ में भी *श्रमिक सहायता बोर्ड* बनाया जाएं। ताकि मजदूरों के शोषण को रोका जा सके।
संघ ने निम्नांकित बिन्दुओं पर मांग है – राज्य सरकार सभी मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी 700 रूपए प्रतिदिन की जाए, राज्य सरकार मजदूरों के बच्चों के लिए दोनों जगहों पर शिक्षा की व्यवस्था करें,मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वृद्धा अवस्था पेंशन प्रतिमाह 5000 रूपए किया जाए,राज्य के विमुक्त बंधुआ मजदूरों का *पुनर्वासन* किया जाए व जहां-जहां भी बंधुआ मजदूर के मामले चल रहे हैं, उनमें राज्य सरकार वकील उपलब्ध कराए। इन सभी मांगों को लेकर श्रम सचिव छत्तीसगढ़ सरकार के साथ मोर्चा के पदाधिकारियों के बीच मांग की जाएगी। फिर भी सरकार प्रवासी मजदूरों की इन मांगों को गंभीरता से नहीं लेती है तो, इससे भी बड़ा आंदोलन करने का फैसला लिया गया है।
सभा को PMSSM मोर्चा संयोजक लखन सुबोध,दिनेश परमार (IBMU),सुधीर कटियार,रामेश्वर कुर्रे ,विरेन्द्र भारद्वाज,श्याममूरत कौशिक,मनहरण यादव,रामा सारथी,सुरेश काठले,रतन लाल भील,शैतान रेगर,बलवंत सिंह,भूपत सोलंकी, का. तुहीन देव, का. सौरव यादव, का. दालेश्वर टंडन, अनीता लहरे, उदय चंद जांगड़े, सुंदर चतुर्वेदी आदि ने सभा को संबोधित किया।सभा का संचालन अजय अनंत ने किया।