Home बड़ी खबर छानबीन समिति में माथापच्ची, दर्जन भर विधायक डेंजर जोन में सीनियर भी पैनल में फंसे ।।

छानबीन समिति में माथापच्ची, दर्जन भर विधायक डेंजर जोन में सीनियर भी पैनल में फंसे ।।

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छानबीन समिति में माथापच्ची, दर्जन भर विधायक डेंजर जोन में सीनियर भी पैनल में फंसे ।।

।।एक्सक्लूसिव/सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर ।।

 

रायपुर, 9 सितंबर। कांग्रेस में प्रत्याशी चयन के लिए छानबीन समिति की बैठक में रात तक माथापच्ची चलती रही। *खबर है कि करीब एक दर्जन से अधिक विधायक डेंजर जोन में हैं। इनमें कई सीनियर विधायक भी हैं।* चर्चा है कि इन विधायकों के साथ पैनल बना दिया गया है।पूर्व सांसद अजय माकन की अध्यक्षता में हुई छानबीन समिति की बैठक में विधानसभा की एक-एक सीट पर गहन चर्चा हुई। सीएम हाऊस में देर रात तक चली बैठक में कई सीनियर विधायकों के साथ पैनल में नए नाम जोड़े गए हैं। बैठक में सीएम भूपेश बघेल के अलावा डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव और छानबीन समिति के अन्य सदस्य भी थे। कहा जा रहा है कि सर्वे रिपोर्ट को भी आधार बनाकर नए चेहरे को कई सीटों पर पैनल में रखा गया है।

चर्चा है कि जिन दिग्गज विधायकों की टिकट खतरे में पड़ सकती है, उनमें प्रतापपुर सीट से योजना आयोग के चेयरमैन डॉ. प्रेमसाय सिंह का नाम भी शामिल है। डॉ. प्रेमसाय सिंह को दो महीने पहले ही मंत्रिमंडल से हटाया गया था। इसके बाद उन्हें योजना आयोग का चेयरमैन बनाया गया, लेकिन कहा जा रहा है कि इस बार उनकी टिकट खतरे में पड़ सकती है।

सूत्रों के मुताबिक मनेन्द्रगढ़ सीट से डॉ.विनय जायसवाल के साथ-साथ प्रभा सिंह और राजकुमार केशरवानी का नाम पैनल में रखा गया है। दावा किया जा रहा है कि डॉ. जायसवाल के नाम पर स्थानीय स्तर पर भारी विरोध है, लेकिन सर्वे रिपोर्ट में उनकी पोजिशन ठीक बताई जा रही है। इसी तरह बैकुंठपुर सीट से मौजूदा विधायक अंबिका सिंहदेव के साथ वेदांती तिवारी का नाम पैनल में रखा गया है। वेदांती दो बार विधानसभा का चुनाव बहुत कम वोटों से हारे थे।

 

भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक जिन विधायकों की टिकट खतरे में बताई जा रही है उनमें तीन बार के विधायक डोंगरगांव से दलेश्वर साहू भी हैं। दलेश्वर के साथ पैनल में महिलानेत्री विभा साहू का नाम जोड़ा गया है। *जिन विधायकों की टिकट मुश्किल में पड़ सकती है, उनमें नवागढ़ से गुरुदयाल बंजारे, कसडोल से संसदीय सचिव शकुंतला साहू, पंडरिया से ममता चंद्राकर, बिलाईगढ़ से चन्द्रदेव राय, सरायपाली से किस्मतलाल नंद, कांकेर से संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, जगदलपुर से रेखचंद जैन, और नारायणपुर से चंदन कश्यप का नाम भी शामिल है।* इसी तरह कुनकुरी से यू.डी.मिंज की जगह नए प्रत्याशी उतारने पर भी बात हुई है। यही नहीं, डोंगरगढ़ सीट से भुनेश्वर बघेल की जगह अविभाजित मध्यप्रदेश के दिवंगत पूर्व मंत्री डॉ. टुमनलाल की नातिन हर्षिता बघेल के नाम पर चर्चा हुई है।

 

चर्चा है कि कांकेर से शिशुपाल सोरी के विकल्प के रूप में नरेश ठाकुर, शंकर धु्रवा के नाम पर विचार किया गया। इसी तरह नारायणपुर से चंदन कश्यप की जगह रजनू नेताम को प्रत्याशी बनाने पर गंभीर चर्चा हुई है। बिलासपुर की कई सीटों पर भी पेंच है। इनमें बिल्हा से पूर्व विधायक सियाराम कौशिक की बहू गीतांजलि कौशिक, और संतोष कौशिक के नाम का पैनल बनाया गया है।कौशिक पिछला चुनाव जनता कांग्रेस की टिकट से तखतपुर सीट से लड़े थे, और दूसरे नंबर पर रहे। मगर बाद में वो कांग्रेस में शामिल हो गए। संतोष कौशिक को बिल्हा से प्रत्याशी बनाने पर विचार हो रहा है। संतोष मूलत: बिल्हा के ही रहने वाले हैं। पत्नी की जगह पति, और सीटों की अदला-बदली भी…

तखतपुर सीट से मौजूदा विधायक रश्मि सिंह की जगह उनके पति आशीष सिंह को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। आशीष एक बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, और वो एक हजार से भी कम मतों से पीछे रह गए थे।

 

इसी तरह सामरी से विधायक चिंतामणि महाराज की टिकट को लेकर गहन चर्चा हुई। चिंतामणि महाराज की पोजिशन खराब आंकी गई है। उनके पक्ष में एक बात यह है कि वो गाहिरा गुरू के बेटे हैं, और सरगुजा इलाके में गाहिरा गुरू के अनुयायी बड़ी संख्या में हैं। ऐसे में अब उन्हें सामरी की जगह लुण्ड्रा से प्रत्याशी बनाया जा सकता है।इसी तरह लुण्ड्रा के विधायक डॉ.प्रीतम राम को सामरी से टिकट दी जा सकती है। दिलचस्प बात यह है कि दोनों की सीट पहले भी अदला-बदली हो चुकी है। वर्ष 2013-2018 तक चिंतामणि लुण्ड्रा के विधायक थे। इसी तरह डॉ. प्रीतम राम सामरी का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। माना जा रहा है कि एक बार फिर दोनों की सीट अदला-बदली हो सकती है। इसी तरह बृहस्पति सिंह का नाम रामानुजगंज से है लेकिन उनके साथ-साथ डॉ. अजय तिर्की का नाम जोड़ा गया है।

 

रुद्रगुरू को छोडक़र दिग्गज पुरानी सीट से लड़ेंगे

पीएचई मंत्री रुद्रकुमार गुरू का नाम अहिवारा की जगह नवागढ़ से पैनल में रखा गया है। उनकी टिकट फाइनल है। अहिवारा से मेयर निर्मल कोसरे प्रत्याशी हो सकते हैं।सूत्रों के मुताबिक सीएम भूपेश बघेल पाटन, विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत सक्ती, डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव अंबिकापुर, ताम्रध्वज साहू दुर्ग ग्रामीण, रविन्द्र चौबे साजा, अनिला भेंडिया डौंडीलोहारा, मो.अकबर कवर्धा, जयसिंह अग्रवाल कोरबा, डॉ. शिव डहरिया आरंग, उमेश पटेल खरसिया, संतराम नेताम केशकाल, कवासी लखमा कोंटा, लखेश्वर बघेल बस्तर, मोहन मरकाम कोंडागांव, अनूप नाग अंतागढ़ का नाम अकेले पैनल में रखा गया है।

 

इसके अलावा सीनियर विधायक धनेन्द्र साहू अभनपुर, विकास उपाध्याय रायपुर पश्चिम, दुर्ग शहर से अरूण वोरा, बेमेतरा से आशीष छाबड़ा, राजिम अमितेष शुक्ला, बलौदाबाजार से छाया वर्मा का नाम अकेले पैनल में रखा गया है। इसी तरह अनिता शर्मा का नाम धरसीवां, कुरूद से नीलम चंद्राकर, और गुरूमुख सिंह होरा का नाम धमतरी से सिंगल पैनल में रखा गया है। इसी तरह भरतपुर-सोनहत से गुलाब कमरो, पत्थलगांव से रामपुकार सिंह, प्रेमनगर से खेलसाय सिंह, भटगांव से पारस राजवाड़े, जशपुर से विनय भगत, भानुप्रतापपुर से ओजस्वी मंडावी, बिलासपुर शहर से शैलेष पांडेय, बेलतरा से रामशरण यादव, कोटा से अटल श्रीवास्तव, और डॉ. के.के. धु्रव का नाम मरवाही सीट से अकेले पैनल में रखे जाने की चर्चा है।