Home बड़ी खबर ।। हाथियों ने फिर दी हरदी जंगलों में दस्तक ।।दो माह में तीसरी बार हाथियों का दल पहुंचा हरदी ।। हाथियों के आने से हरदी के किसान चिंतित।

।। हाथियों ने फिर दी हरदी जंगलों में दस्तक ।।दो माह में तीसरी बार हाथियों का दल पहुंचा हरदी ।। हाथियों के आने से हरदी के किसान चिंतित।

0
।। हाथियों  ने फिर दी हरदी जंगलों में दस्तक ।।दो माह में तीसरी बार हाथियों का दल पहुंचा हरदी ।।  हाथियों के आने से हरदी के किसान चिंतित।

।।खबर सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।

 

सारंगढ़/ सरसीवां 07 सितंबर 2023 । नवगठित जिला सारंगढ़ बिलाईगढ के अंतर्गत आने वाले और वन परिक्षेत्र बिलाईगढ के वन परिक्षेत्र कक्ष क्रमांक 457 से मिली जानकारी अनुसार हरदी में बुधवार तड़के सुबह 4 बजे के आसपास गजाईभवना के जंगलों से चलते हुए किसानों के बोये फसलों को नुकसान पहुचाते हरदी गांव के तालाबों में पानी पीने करीब 24 हाथियों का दल पुनः पहुंच गया है। हाथियों का दल अंचल से जाने को तैयार ही नहीं हो रहा है हर 15 से 20 दिनों में यह दल कभी सारंगढ़ तो कभी बिलाईगढ़ के जंगलों में आना जाना कर रहे हैं।इस तरह बार बार हाथियों के आने जाने से किसानों की खेत में लगी फसल बर्बाद हो रही है। हाथियों के इस दल को सुबह- सुबह मार्किंग वाक वालों ने देखा। हाथियों के दस्तक से और हाथियों के चिंघाड़ को सुन कर दूर रह कर हाथियों पर अपनी नज़र बनाए हुए थे जबकि सरसीवां सरायपाली रोडो में हमेशा चार पहिया वाहनों का आना जाना लगा रहता है।तालाब पास हाथियों को गाड़ियों के लाइट से वाहन चालक देख रहे थे। सरसीवां सरायपाली मुख्य मार्ग के रोड किनारे बसा हरदी गांव जहां हाथियों ने रोड क्रॉस कर पास के तालाब पर पानी पीते लोगों ने देखा फिर वापस खेतों में लगे धान के फसलों को नुकसान पहुंचाते हरदी के जंगलों के ऊपर चलें गये ।।

हरदी गांव में एक बार फिर से हाथियों के आने की खबर से किसान चिंतित हो गये है । जबकि विगत दो महीनों में हाथियों का दल तीसरी बार हरदी गांव के जंगल में आया है । बुधवार सुबह हाथियों का दल गजाईभवना के जंगल के रास्ते हरदी गांव पहुंच कर किसानों के खेतों में लगे कई एकड़ फसलों को चौपट कर गये। हाथियों द्वारा बाडियो में लगे सीमेंट पोल के खम्भे और किसानों द्वारा गोल घेरे तार को भी नुकसान पहुंचाया। हाथियों के दलों ने बहुत सारे किसानों के खेतों के फसलों को रौंदते हुए तहस नहस कर दिया।हरदी गांव के किसान फुलेसर साहू ने अपना दर्द बयां करते बताया कि मेरी खेत सड़क किनारे लगी है जहां हाथियों का आने जाने का रास्ता बन गया है ।आये हाथियों के दलों ने एक एकड़ खेत में लगे धान फसलों को नुकसान पहुंचाया है किसान फुलेसर ने आगे बताया कि हाथियों का बार बार आने से किसानो के फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है । जबकि हम किसान जब से बोआई का दिन आया है तब से मेहनत मजदूरी कर फसलों को तैयार करते हैं और फसलों को पकने का इंतजार करते हैं । लेकिन इस साल हाथियों के आये दलों ने खेतों को जबरदस्त नुक़सान पहुंचाया है लगता है आये इन हाथियों के दलों को हरदी का जंगल खुब पसंद आ रहा होगा तभी तो विगत दो महीनों में तीसरी बार हरदी के जंगल में बार बार दस्तक दे रहा है।

वहीं हरदी गांव के किसानों में रेशमलाल गुप्ता, संतोष बारीक,मोहन प्रधान ने बताया कि गजाईभवना, भडिसार, भकुर्रा के जंगलों से हाथियों का दल फिर एक बार हरदी गांव पहुंच कर किसानो के खेतों में लगे धान के फसलों और बाडिंयो को नुकसान पहुंचाया।हम किसान बहुत ही चिंतित हो गये है ।।इस बार खेतों में लगे फसलों को हाथियों द्वारा नुकसान पहुंचाने में कोई कमी नहीं कर रहे हैं ।हर एक दो माह में हाथियों के आने से हरदी गांव के आसपास क्षेत्र के गांवों के लोग दहशत में हैं किसान खेत नहीं जा रहे हैं मजदूर लोग खेतों में काम पर जाने मना कर रहे हैं । आये हाथियों से किसानों और मजदूरों में खौफ बना हुआ है।।वहीं हाथी आने की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी में हरकत आ कर हरदी गांव पहुंच हाथियों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। इस जंगल में आये हाथियों के बारे में वन विभाग के डिप्टी रेंजर विभीषण पटेल गाताडीह से जानकारी लेने पर बताया कि हाथियों द्वारा नुकसान किये हुए फसलों का आकलन पटवारी और वन विभाग द्वारा पंचनामा रिपोर्ट तैयार कर किया जा रहा है।जिन जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ होगा उन किसानों को मुवायजे की राशि शासन के तरफ से मिलेगी आगे डिप्टी रेंजर विभीषण पटेल ने बताया कि जैसे ही हाथियों की आने की सूचना मिली कि हमारे सहयोगी वन कर्मियों ने आये हुए हाथियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और हाथियों के गतिविधियों के बारे पल पल की जानकारी दे रहे हैं।जंगल के आसपास बसे गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी करवाया जा रहा है डिप्टी रेंजर पटेल ने बताया कि आये हाथियों की संख्या लगभग करीब 24 के आसपास है और हरदी के ऊपरी भाग के जंगलों में डेरा जमाएं हुऐ हैं।