Home बड़ी खबर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलाईगढ़ शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। एक राज नेता के हस्तक्षेप से आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलाईगढ़ राजनीति का अखाड़ा बनकर अस्तित्व खोते जा रहा है।।

स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलाईगढ़ शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। एक राज नेता के हस्तक्षेप से आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलाईगढ़ राजनीति का अखाड़ा बनकर अस्तित्व खोते जा रहा है।।

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स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलाईगढ़ शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। एक राज नेता के हस्तक्षेप से आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलाईगढ़ राजनीति का अखाड़ा बनकर अस्तित्व खोते जा रहा है।।

।।खबर सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।

 

बिलाईगढ़ 06 सितंबर 2023 । स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलाईगढ़ में प्रभारी प्राचार्य की लापरवाही से स्कूल कई अब्यवस्थाओं से जूझ रहा है इधर सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि राजनीति में मदमस्त है। यहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ है इन समस्याओं को लेकर पालकों ने क्षेत्र के सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि,जिला कलेक्टर सारंगढ़,जिला शिक्षा अधिकारी सारंगढ़, बीईओ बिलाईगढ़ को लिखित रूप से शिक्षकों की मांग पर ज्ञापन सौंपा है फिर भी शासन प्रशासन नींद के आगोश में है। सूत्रों से प्राप्त समाचार अनुसार 4 अगस्त सोमवार को अंग्रेजी माध्यम आत्मानंद स्कूल की प्रायमरी खंड में एक दो शिक्षक होने की जानकारी कई पालक गण प्रभारी प्राचार्य ईश्वर प्रसाद साहू को पिछले दो माह से शिक्षक की कमी एवम बच्चों की पढ़ाई नहीं होने को लेकर अवगत कराया उसके बावजूद आज पर्यंत प्रभारी प्राचार्य ने अभी तक शिक्षकों की भर्ती नहीं कर पाए जिससे पालकों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है जबकि 27 जुलाई 2023 को मीटिंग के माध्यम से भी अवगत कराया जा चुका है ।सिद्धार्थ न्यूज़ के एडिटर इन चीफ से पालकों ने शिकायत की है की जहां पहली क्लास के बच्चों को बिना पंखा के बिठाया जा रहा है।अब जरा सोचिए पहली की बच्चों पर क्या गुजरता होगा,जरा आप लोग अनुमान लगाइए।आज तक वैसे ही बच्चें बैठते आ रहे हैं। 15 अगस्त के पहले शिक्षकों की समस्या का समाधान हो जाने की बात कही गई थी। फिर आज तक शिक्षक की व्यवस्था नहीं हो पाई हैं ऐसे में शासन का उद्देश्य असफल साबित होता दिख रहा है।इन समस्याओं को लेकर दर्जनों पालकगणों ने संस्था प्रमुख ईश्वर प्रसाद साहू से स्कूल में जा कर नाराजगी जाहिर किए हैं।स्कूल प्राचार्य ने पालकों से शिक्षक व्यवस्था करने के लिए एक सप्ताह का फिर समय मांगा है।

प्राचार्य के सलाह पर पालकों ने विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय जाकर ज्ञापन दिए गए।पालक गण 15 दिनों का अल्टिमेटम दिए हैं, यदि शिक्षक की समस्या का समाधान नहीं कर पाते है तब शासन प्रशासन के खिलाफ बच्चों सहित ,व्यापारी संघ,समाज प्रमुखों तथा पालकगण धरना आंदोलन करने पर बाध्य होंगे।विगत 4 सितंबर को स्कूल सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार अंग्रेजी माध्यम प्रायमरी खंड की दोनों शिक्षक छुट्टी पर थे। प्रायमरी में संस्था प्रमुख की लापरवाही तो है ही समय पर वे स्वयं स्कूल नहीं पहुंचते है। यहां लगभग 14 शिक्षक की कमी बताई जा रही हैं। एक स्कूल के चक्कर में दो दो हिंदी मीडियम स्कूल भी पीसा रहा है जो अत्यंत ही गंभीर मामला है। यहां कई समस्याएं है जो न स्कूल के प्रभारी प्राचार्य को दिख रही है न उस राज नेता को दिख रही है सिर्फ बिलाईगढ़ विधान सभा क्षेत्र के सत्ता पक्ष के लोग अपने पद का दुरुपयोग कर एक वर्ग विशेष को टारगेट कर शोषण किया जा रहा है,भेदभाव किया जा रहा ऐसे में क्षेत्र के विकास कैसे होगा ये बात पार्टी के आलाकमान ही जानें जो अपने राज नेता को भेदभाव व गुंडागर्दी करने खुला छुट दे रखी है।आपको बता दें की स्कूल के पास बोर कनेक्शन खुला ग्राउंड में होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं स्कूल के सामने मोटर साइकिल वाहन अस्त व्यस्त पार्किंग की जाती है जहां बच्चों को छुट्टी के समय निकलने में परेशानियां होती है।इतनी समस्याओं के बावजूद वे मीडिया के भाई,वे नेता,वे अधिकारी कहां हैं जो आजकल आत्मानंद स्कूल की इस अव्यवस्था को झांकने तक नहीं आ रहे हैं जबकि पिछले समय महिला प्राचार्य के कार्यकाल में सभी जांच पड़ताल करने प्रतिदिन आते रहे।           आपको बतला दें की विगत वर्ष एक स्कूल से शासन प्रशासन द्वारा नियमानुसार प्राचार्य की प्रनियुक्ति की गई थी जो पिछले दो वर्षों से स्कूल का सही संचालन हो रहा था लेकिन सत्ता पक्ष के एक जनप्रतिनिधि की आंखों में इसलिए खटक रही थी की उनको सशक्त प्रशासनिक दक्षता हासिल है इसलिए उस महिला प्राचार्य पर बेवजह कई आरोप लगाकर,परेशान कर उन्हें आत्मानंद स्कूल से हटा दिया गया।उक्त जन प्रतिनिधि द्वारा जिला कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी सारंगढ़ को हटाने के लिए लंबे समय से दबाव बनाया जा रहा था इस कारण बार बार महिला प्राचार्य को प्रशानिक स्तर पर मूल पदस्थपाना में जाने का सुझाव दिया जबकि महिला प्राचार्य 20 किमी दूरी में रहने के बावजूद समय पूर्व स्कूल पहुंच जाती थी और आपको बताते चले की यह महिला प्राचार्य उन्हीं के वर्ग की है।आत्मानंद स्कूल बिलाईगढ़ में सत्ता पक्ष के इस राज नेता द्वारा हस्तक्षेप किए जाने से आज स्कूल की दुर्दशा काफी दयनीय हो गई है। नेता के हस्तक्षेप से आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल बिलाईगढ़ अपना अस्तित्व खोते जा रहा है इसके लिए वह सत्ता पक्ष का राज नेता और क्षेत्र की जनता जिम्मेदार है।अंचल के पालकों ने इस अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षको के साथ साथ ,(अंग्रेजी व्याख्याता) प्रतिनियुक्ति प्राचार्य जो विगत अप्रैल से पद रिक्त है। जिसकी नियुक्ति अति शीघ्र करने की मांग की है। इस संदर्भ में सारंगढ़ की जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती डी जे रानी जांगड़े से जब हमारे सिद्धार्थ न्यूज के एडिटर इन चीफ ने इस मामले पर जानने मोबाईल से संपर्क किया तो उनके मोबाईल पर 2 बार घंटी गई लेकिन उन्होंने मोबाईल रिसीव नहीं किया।

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