।।खबर सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।
बिलाईगढ़/सरसीवां – पिछले समय क्षेत्र में हाथियों ने खूब आतंग मचाया किसी को मारा तो किसानों के खेत को तहस नहस कर दिया तो किसी के घर को उजाड़ा,एक पास के गांव में खेती में मगन किसान पर चुपके से हाथी ने हमला कर मार डाला।आपको सावधान होने की जरूरत है हमारा न्यूज पोर्टल लोगों को सचेत कराना चाहता है की आप जहां भी जाएं बीच बीच में इधर उधर देखते रहें जहां भी बैठे मोबाईल पर ज्यादा ध्यान न देकर आजू बाजू को भी देखते रहें अन्यथा आप पर कोई भी जंगली जानवर हमला कर सकता है।एक दहशत अभी थमी नहीं है अब दूसरी आफत आ गई है।अब सियार ने क्षेत्र में आतंग मचा रखा है।अब आप भी सचेत हो जाएं खेत में काम कर रहें हो ,कहीं रात में तालाब के पास बैठ कर मोबाईल चलाने में मगन हो या कहीं पैदल चल रहे हो हमेशा सावधान रहें।एक पागल सियार क्षेत्र में घूम घूम कर लोगों को आहत पहुंचा रहा है इधर वन विभाग गहरी नींद में है वहीं क्षेत्र की सरकारी अस्पतालों में रैबीज का इंजेक्शन नहीं होने से गरीबों को निजी अस्पतालों में फीस देकर ईलाज कराने को मजबूर हैं।पहले लोग कहते थे कि रायपुर जिला बड़ा होने के कारण दवाई की कमी है अब तो नया जिला मुख्यालय सारंगढ़ जिला सरसीवां से महज 16 किमी की दूरी पर स्थित है और रायपुर की दूरी करीब 180 से 200 किमी है।फिर भी दवाइयों का टोटा है क्षेत्र के विकास का दावा करने वाले सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि गुंडागर्दी में मस्त और इधर जनता अव्यवस्था से त्रस्त हैं।क्षेत्र की सड़कें बदहाल, अस्पतालों में दवाईयां नहीं,डॉक्टर नही, स्टॉफ नहीं,पानी की किल्लत,किसान,मजदूर,आम जनता,मीडिया सब परेशान फिर भी जनप्रतिनिधियों को कोई असर नहीं सब विधायक की टिकट पाने होड़ मची हुई है, धमा चौकड़ी मचा रहें हैं इन्हें अव्यवस्था की कोई सरोकार नहीं। पीड़ितों के इलाज के अभाव में जान तक जा रही है बीजेपी कांग्रेस कुर्सी और सत्ता पाने जनता का ध्यान भटकाने एक दूसरे से लड़ रहे हैं और लोगों को रैबीज इंजेक्शन के लिए भटकना पड़ रहा है।मीडिया वालों को सही खबर लगाने प्रतिबंध लगा दिया गया बिलाईगढ़ में हिटलरशाही कायम है। सत्ता पक्ष के लोग मीडिया की कलम पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया है केवल सकारात्मक खबर लगाने (उनके पक्ष) के लिए दबाव बनाया गया था इस कारण अधिकांश मीडिया बंधु संबंधित जनप्रतिनिधियों की खबर लगाने परहेज कर दूरियां बना ली थी।कोई भी सही खबर लगाता है तो तुरंत मोबाईल पर धमकियां आ जाती थी।जिसका कईयों मीडिया बंधुओं के पास बातों के रिकार्ड मौजूद है अगर सार्वजनिक कर दिया गया तो सरकार तक हिल जाएगी।
राजनीतिक बात को छोड़िए लिखते लिखते पत्रकारों के कलम की स्याही खत्म हो जाएगी। बिलाईगढ़ क्षेत्र की राजनीति पिछले 20 साल से ठीक ठाक नहीं चल रही है यहां जनता कोई हमदर्द विशेषज्ञ जनप्रतिनिधि की आवश्यकता महसूस कर रही है जो बिना भेदभाव के क्षेत्र के विकास के साथ साथ लोगों की समस्याओं का निराकरण कर सके।चलिए आपको बताते हैं की सियार ने कितनों को,कब कब जख्मी कर लहूलुहान किया पिछले दिनों 27 अगस्त की रात साढ़े नौ बजे मुड़पार के चबोनी तालाब के पास प्रकाश,संदीप और हरीश तीनों दोस्त भोजन करके सरायपाली सड़क तरफ टहलने आए थे वापस लौट कर तालाब के पास मोबाईल चलाते बैठे थे उसी वक्त एक पागल सियार ने हरीश पर अचानक हमला कर लहूलुहान कर दिया चिल्लाने पर सियार भागा और पीड़ित हरीश को इलाज के लिए सरसीवां के सरकारी अस्पताल ले जाया गया रात को 10 बजे थे जख्मी हरीश दर्द से कराह रहा था आनन फानन में इलाज के लिए सरसीवां के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां कार्यरत एक कर्मचारी ने दवाइयों व डॉक्टर का अभाव बता कर लौटा दिया फिर ये गरीब मजदूर मायूस होकर निजी अस्पताल का शरण लेकर ईलाज कराया अब तक उनका करीब 8 हजार से 10 हजार रू लग चुका है आराम तो मिला लेकिन अभी दर्द बना हुआ है मुश्किल से चल पा रहा है।दूसरी घटना मुड़पार के सरायपाली सड़क पर चुडू नाम के आदमी पर सियार ने हमला किया,तो गगोरी गांव में 2 लोगों को उस सियार ने जख्मी किया। ईलाज के विषय पर शासकीय प्रा स्वास्थ्य केंद्र के डॉ मुकेश साहू (आर एम ए) ने हमारे सिद्धार्थ न्यूज के एडिटर इन चीफ को बताया की कोई एक पीड़ित मेरे पास आए थे उनका इलाज सरकारी अस्पताल में किया गया है जो पीड़ित हैं उन्हें भी अस्पताल भेज दीजिए इलाज हो जाएगा। वहीं इस विषय पर सारंगढ़ के मुख्य चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एफ आर निराला ने बताया कि सरसीवां में इलाज नहीं हो पाया तो पीड़ित को सारंगढ़ के सरकारी अस्पताल आना चाहिए था उनका इलाज मुफ्त में हो जाता।सियार काटने की शिकायत थाना में दर्ज कराना होता है जिससे वन विभाग से मुआवजा भी मिलता है। इस संदर्भ में बिलाईगढ़ रेंजर आशिफ खान ने कहा की पीड़ितो को तत्काल 500 रु – 500 रू दिया गया है आगे और पीडितों को मुआवजा राशि दी जाएगी।सियार से बचने गांव गांव में मुनादी करने बोला गया है और वन अमले की टीम को सियार पर नजर बनाएं रखने का निर्देश दिया गया है।