Home बड़ी खबर हम लोग भारत मे सत्ता परिवर्तन नहीं कर पाए तो हमको भी विश्व की सबसे अधिक क्रूरता झेलनी पड़ेगी – पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल।

हम लोग भारत मे सत्ता परिवर्तन नहीं कर पाए तो हमको भी विश्व की सबसे अधिक क्रूरता झेलनी पड़ेगी – पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल।

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हम लोग भारत मे सत्ता परिवर्तन नहीं कर पाए तो हमको भी विश्व की सबसे अधिक क्रूरता झेलनी पड़ेगी – पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल।

बिलासपुर 20 जुलाई 2021 । पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल ने सिद्धार्थ न्यूज के एडिटर इन चीफ नीलकांत खटकर को साम्यवाद, क्रूर तानाशाही, क्रूर राजतंत्र के विषय पर लेख भेजा जिसे उन्होंने साझा किया आगे पढ़िए उन्होंने क्या कहा?? ग्वाल साहब ने कहा की कुछ लोग चीन की शासन व्यवस्था की बढ़ी तारीफ करते हैं, पर चीन में कुछ आपराधिक गिरोह साम्यवाद का नारे व स्वरूप के साथ सत्ता पर आये और धीरे धीरे तानाशाही क्रूर राजतन्त्र में बदल गए हैं। आज चीन की भी स्थिति लोकतंत्र व सामाजिक न्याय की हत्या की रही है, चीन में भारत से भी अधिक क्रूरता हैं। उत्तरकोरिया, सऊदी अरब से भी अधिक फांसी की सजा चीन में हैं। हम लोग भारत मे सत्ता परिवर्तन नहीं कर पाए तो हमको भी विश्व की सबसे अधिक क्रूरता झेलनी पड़ेगी।

 

भारत में आज उसी असभ्य क्रूरता को दुहराया जा रहा हैं जो पुष्यमित्र शुंग के समय जैसे बौद्ध भिक्षुओं व समाज के प्रभावशाली लोगों, जिम्मेदार, दूरदर्शी लोगों की हत्या करायी गयी थी, वैसे आज मोबलिचिंग, एनकाउंटर, सरकार संरक्षित हत्याकांड करायी जा रही हैं। जेलों में, अभिरक्षा में सामान्य पुलिस के अलावा ईडी व सीबीआई के द्वारा सच बात बताने, सच का साथ देने वाले लोगों के साथ कैसे क्रूरता करायी जा रही हैं। जैसे पेशवा शासकों के द्वारा रास्ते मे आने जाने का प्रतिबंध लगा दिया गया था, आज भी वही दुहराया जा रहा है, जिसे टोलटैक्स व महंगा ट्रेन व महंगा वायु यात्रा कहते हैं, इसे दूसरे शब्दों में संशाधन का निजीकरण भी कहते हैं।

 

केरल के त्रावणकोर में महिलाओं के द्वारा वस्त्र पहनने का जो टेक्स की क्रूरता थी, आज वही क्रूरता के दूसरे रूप मध्यप्रदेश के सीधी जिले के भाजपा नेता का पेशाब कांड, मुंगेली जिले के भाजपा नेता प्रज्ञेश तिवारी के द्वारा सबाना बाई ध्रुव के साथ आगजनी व हत्या, झारखंड में भाजपा नेत्री सिमा पात्रा का सुनीता खाखा को टट्टी व पेशाब खिलाने के लिए मजबूर करना। भाजपा, कांग्रेस को सत्ता से नही हटा पाए तो क्रूरता व बर्बादी और बढ़ेगी।आम आदमी पार्टी का यूपीए उर्फ इंडिया गठबंधन में आने का पूरे देश में वही प्रभाव पड़ेगा, जैसे 2018 के विधानसभा चुनाव में व 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को छुपकर लाभ पहुंचाया गया था। इसलिए निवेदन है कि स्थायी समाधान पर काम कीजिए कि आरएसएस, भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी को पूर्णतया त्याग कीजिए।

संविधान व लोकतंत्र की सही रक्षा, तभी होगी जब मैं व आप सब हमारे लोगों को आरएसएस, भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी से त्याग करा सकेंगे।

 

इनके राजनीतिक दांवपेच, षड़यंत्र को सामान्य नागरिक नही समझ पाती है। हमको ही समझाने होंगे। ये समझाने के काम को हम ही आसानी से करा सकते हैं, बाकी दूसरा कोई नही कर सकते हैं, समाज को बचाने हैं या बर्बाद होने देना है, हमारी हांथ में हैं।

क्या आरएसएस, भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के लोग निजीकरण व EVM को खत्म करने के लिए तैयार है, क्या असल लोकतंत्र बनाने के लिए सारे संशाधन का सम्पूर्ण शासकीयकरण करने के लिए तैयार है? नही हैं तो, मौत को क्यों चुन रहे हैं?

आज हर समाज के कथित नेतृत्व करने वाले लोग से निवेदन है कि समाज को वर्तमान सामाजिक, राजनीतिक, प्राकृतिक, परिस्थितियों के आधार पर वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर फलने फूलने का अवसर दीजिए, भाग्य व भगवान भरोसे के लिए मत छोड़िए। पहले हमारे पूर्वज कितने भी अच्छे रहे हैं, पर असफल हुए हैं, तभी हमारी स्थिति गुलामो की बनी हुई हैं। कोरोना काल मे सभी धर्म व सम्प्रदाय के भगवान को देख लिए है। सब बकवास हैं। आप लोग अपने अपने समाज को ऐसे गुमराह कर रहे हैं, जैसे आरएसएस की शाखा वाले करते हैं।

 

प्रभाकर ग्वाल

पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट

छत्तीसगढ़, 9479270390