Home बड़ी खबर स्थानापन्न सरपंच के भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी से ग्रामीणजनों में आक्रोश।

स्थानापन्न सरपंच के भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी से ग्रामीणजनों में आक्रोश।

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स्थानापन्न सरपंच के भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी से ग्रामीणजनों में आक्रोश।

अकलतरा 2 जुलाई 2023 । ग्राम पंचायत पचरी के स्थानापन्न सरपंच श्रीमती मंजुलता पाटले को प्रभार मिलने के कुछ ही दिनों बाद विभिन्न प्रकार के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का मामला सामने आया।सरपंच के कारनामे को सुरेश भारद्वाज ने सूचना के अधिकार के तहत 15 वें वित्त के कार्यों का बिल, वाउचर के साथ भौतिक सत्यापन किए जाने के लिए जवाब मांगा गया।सूचना के अधिकार से मिली जानकारी अनुसार सुरेश भारद्वाज ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जांजगीर को जांच कर भौतिक सत्यापन के लिए शिकायत की।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने टीम गठित कर जनपद पंचायत अकलतरा सी. ई. को भेजा था। लेकिन जांच टीम ग्राम पंचायत पचरी में अपने मनमानी से जांच प्रतीवेदन भेज दिया तथा टीम ग्राम पंचायत आई ही नहीं थी। सुरेश भारद्वाज ने इस बात की सूचना ग्रामीणजनों को दिया। भ्रष्टाचार की जानकारी होने पर ग्रामीणजन आक्रोशित हो गए और शिकायत की जांच एवं विभिन्न बिंदुओं पर आवेदन कर उसके जांच कर भौतिक सत्यापन के लिए ग्रामीणजनों ने हस्ताक्षर कर सात लोगों का एक टीम जिसमें वीरेंद्र भारद्वाज, किर्तनलाल , लक्ष्मण ठाकुर आदि कार्यवाही के लिए जिला पंचायत सीईओ के पास शिकायत करने के लिए गए।

 

जिला पंचायत सी.ई.ओ. ने ग्रामीणों के सामने तत्काल जांच कर भौतिक सत्यापन के लिए आदेश जारी कर दिया लेकिन जनपद पंचायत अकलतरा सीईओ ने जिला पंचायत सी. ई. ओ. के बातों को नजर अंदाज कर दिनांक 30-06-23 को जांच दल भेजा।यह जांच ग्राम पंचायत पचरी के पंचायत भवन में 12:00 बजे से शुरू होना था लेकिन स्थानापन्न सरपंच मंजुलता पाटले ने मनमानी पूर्वक लगभग सवा/डेढ़ घंटे बाद 1:15 में आये । जनपद पंचायत अकलतरा से आए जांच कमेटी ने पहले बिल, वाउचर से जांच करना शुरू किया जिसमें सी. सी. रोड, हैंड पंप, नाली निर्माण किया गया था किंतु पहले नाली निर्माण के जांच के लिए जिस जगह पर बना है दिखाने को कहा गया तो नहीं दिखा पाए वास्तव में नाली निर्माण नहीं हुआ है सिर्फ कागजी कार्रवाई में बना है।

इन सभी कार्यों के भौतिक सत्यापन के लिए ग्रामीणों ने सरपंच को आगे आकर दिखाने के लिए कहा परंतु स्थानापन्न सरपंच मंजुलता पाटले के कोई भी काम दिखा नहीं पाया। पचरी में हुए कामों को दिखाने के लिए जांच अधिकारी को ग्रामीणों ने अपील किया तो सरपंच और उनके द्वारा पाले गए गुंडों ने हाथापाई करने तक उतारू हो गए। सरपंच एवं उनके पाले गए दरिंदे ने ग्रामीणों को गाली गलौच करते हुए बिना जांच कराए। मौके से फरार हो गए।

 

ग्राम पंचायत पचरी में सरपंच और पंचों के मिलीभगत कर भ्रष्टाचारी करने से जनता बहुत ही आक्रोशित है।

ग्रामीणों ने संकल्प लिया है कि इस पर जांच कराने के लिए जांच टीम दल कलेक्टर का टीम मांग करने शिकायत पत्र दिया जाएगा। पचरी के ग्रामवासी ने शासन प्रशासन से निम्नांकित मांग की हैं –

 

1. ग्राम पचरी में हुए पुल निर्माण कार्य कहां , कब किया गया है उसकी जिला कलेक्टर के माध्यम से जांच हो।

2. नाली निर्माण कब और कहां किया गया है उसका जांच कर दोषियों पर तत्काल कार्रवाई हो।

 

3. वर्ष 2021 से ग्राम पचरी में हुए बोर खुदाई किस जगह पर और किस मद से हुआ उसका तत्काल जांच हो।

 

4. मनरेगा में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों को तत्काल सजा दी जाए।

 

5. नवनिर्माण गौठान निर्माण में कितना राशि स्वीकृति किया गया है और उस पर हुए भ्रष्टाचार पर जांच कर दोषियों पर तत्काल कार्रवाई कीया जाए।

6. स्थानापन्न सरपंच मंजुलता पाटले को प्रभार से बदलकर उनके द्वारा हुए भ्रष्टाचार पर रिकवरी किया जाए।

 

7. ग्राम पंचायत पचरी में वर्षों से हो रहे घोटाले का जांच कर रिकवरी किया जाय और दोषियों को सजा दी जाए।

प्रशासन ने इस पर तत्काल संज्ञान न लेने पर ग्रामीणों द्वारा संगठित होकर जन आंदोलन का निर्णय लिया है।