
बिलाईगढ़/ भटगांव 2 जून 2023 – सारंगढ़ जिले के गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के ग्रामीण चिकित्सा सहायक घनश्याम चंद्रा के द्वारा शासन के गाइडलाइन के विरुद्ध इंसेंटिव आहरण में हेराफेरी करने का मामला प्रकाश में आया है। दरसल आवेदक गिरिस साहू के द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत बलोदाबाजार सीएमएचओ कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत कर गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में खूबचंद बघेल योजना का लाभ लेने वाले अधिकारी कर्मचारियों की जानकारी मांगी गई थीं । जानकारी मिलने पर खुलासा हुआ की ग्रामीण चिकित्सा सहायक के द्वारा एमबीबीएस का इंसेंटिव आहरण किया गया है जिसके बाद आवेदक ने इंसेंटिव में हेराफेरी कर ज्यादा पैसे की लालच में शासन के गाइडलाइन के विरुद्ध जाकर इंसेंटिव आहरण करने वाले डाक्टरों पर उचित कार्यवाही की मांग की गई। परंतु आज पर्यंत तक इस मामले पर उच्चाधिकारियों के द्वारा भ्रष्ट डाक्टरों पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया है ।
मिली जानकारी के मुताबिक ग्रामीण चिकित्सा सहायक को खूबचंद बघेल योजना अंतर्गत 15%- 25 प्रतिशत इंसेंटिव मिलता है लेकिन गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ घनश्याम चंद्रा (ग्रामीण चिकित्सा सहायक) के द्वारा एमबीबीएस का इंसेंटिव कुल 55 प्रतिशत इंसेंटिव लिया गया है जिसकी कुल राशि 138125 एक लाख अड़तीस हजार एक सौ पच्चीस रुपए है जिसमे वर्ष 2018 व 2019 शामिल है । जिसे उक्त आर एम ए के द्वारा गलत तरीके से आहरण किया गया है । वही इस संबंध में सीएमएचओ सारंगढ़ से जानकारी लिया गया जिसमे उन्होंने बताया मामले की जांच चल रही है जांच के पश्चात ही कार्यवाही किया जाएगा ।
जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा मामले पर कार्यवाही नही करना इंसेंटिव मामले में मिलीभगत होने का इशारा कर रहा है। और यह इंसेंटिव का मामला यही नहीं थमता ग्रामीण अंचल के कई ऐसे वेलनेस सेंटर है जहा अधिक इंसेंटिव के लालच में फर्जी तरीके से लोगो का नाम ओपीडी में चढ़ाया जाता है जिससे इंसेंटिव में बढ़ोतरी हो सके जब की ओपीडी में दर्ज नामक व्यक्ति को इस बात की जानकारी तक नहीं होती और इसी तरह खूबचंद बघेल योजना अंतर्गत मिलने वाला इंसेंटिव को गलत तरीके आहरण किया जा रहा है । और यह धांधली यू ही नही चल रहा है इस पूरे मामले में उच्चाधिकारियों की मिलीभगत होने की भी आशंका जताई जा रही है । इन सभी मामलों की निष्पक्ष भाव से जांच किया जाए तो विभाग के कई भ्रष्ट डाक्टर , सीएचओ का नाम सामने आ सकता है लेकिन आरटीआई में खुलासा के बाद भी जांच ना होना कार्यवाही ना करना विभाग के अधिकारियों पर एक सवालिया निशान बना हुआ है । ऐसे से अब देखने वाली बात होगी की आखिर खूबचंद बघेल योजना अंतर्गत मिलने वाला इंसेंटिव में हेराफेरी कर अधिक पैसा आहरण करने वालो पर कब तक कार्यवाही किया जाता है। सारंगढ़ सीएमएचओ एफ आर निराला ने कहा की
मामले को स्टेट भेजा गया हैं रिपोर्ट आने के पश्चात गलत पाए जाएगा तो कार्यवाही की जाएगी उन्होंने आगे कहा की अगर गलत तरह से आहरण किया होगा तो वो रिकवरी होगी। आगे कहा अगर न्यूज पेपर में लिखने की बात है तो मैं कोई कमेंट नही करूंगा।