Home बड़ी खबर सरसीवां गगोरी गांव में सिर कटे लाश के प्रकरण में आरोपी गिरफ्तार।।गाड़ी मे लिफ्ट के पैसे के विवाद को लेकर की गई थी हत्या।लाश को जलाने के फिराक में था आरोपी।

सरसीवां गगोरी गांव में सिर कटे लाश के प्रकरण में आरोपी गिरफ्तार।।गाड़ी मे लिफ्ट के पैसे के विवाद को लेकर की गई थी हत्या।लाश को जलाने के फिराक में था आरोपी।

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सरसीवां गगोरी गांव  में सिर कटे लाश के प्रकरण में आरोपी गिरफ्तार।।गाड़ी मे लिफ्ट के पैसे के विवाद को लेकर की गई थी हत्या।लाश को जलाने के फिराक में था आरोपी।

बिलाईगढ/ सरसीवां – सरसीवां पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि दिनांक 23.05.23 को ग्राम गगोरी के उमा शंकर साहू द्वारा किसी अज्ञात पुरुष के सिर से धड़ को काटकर हत्या कर अपने पीकप वाहन (छोटा हाथी) में बास बल्ली से ढक कर अपने घर के सामने रोड में रखा है भागने की फिराक में है, यह सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कर ग्राम गंगोरी गांव पहुंच कर घेराबंदी कर आरोपी उमाशंकर साहू को हिरासत में लिया गया।सूचक गांव के सरपंच गोवर्धन प्रसाद साहू के रिपोर्ट पर मौके पर मर्ग इंटीमेशन एवं आईपीसी की धारा 302 का अपराध पंजीबद्ध कर अज्ञात शव का पंचनामा कार्यवाही किया गया।विवेचना दौरान आरोपी उमाशंकर साहू से पूछताछ किया गया जिसने अपने मेमोरेंडम में बताया कि 22.05.23 की रात्रि रायगढ़ स्थित अपने घर से अपने वाहन सीजी 13 ए टी 5724 में गगोरी अपने घर के लिए निकला था,रायगढ़ बस स्टैंड के पास एक व्यक्ति सारंगढ़ तक जाने के लिए आरोपी के गाड़ी में लिफ्ट मांगा,इस दौरान कुछ दूर पश्चात किराए के पैसे को लेकर दोनो में विवाद हुआ जिसमे मृतक लिफ्ट के पैसे क्यू दूंगा कहकर लड़ाई करने पर आरोपी द्वारा गाड़ी में रखे जैक रॉड से सिर में मारने से बेहोश हो गया जिसे लेकर सुबह 4 बजे गगोरी आ कर टगिया, हासिया और परसुल से गला काटकर हत्या करना बताया है।

आरोपी के मेमोरेंडम कथन के आधार पर घटना में प्रयुक्त वाहन मय औजार एक जैक रॉड , टंगिया,हसिया और परसूल को जप्त कर,अपराध सबूत पाए जाने से आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।

उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना सरसीवा से निरीक्षक यशवंत सिंह, स उ नि भगवती कुर्रे,प्रधान आरक्षक 149 फागुलाल निराला, प्रधान आरक्षक1004 संतोष भारद्वाज ,आरक्षक 533 श्रवण टंडन, आरक्षक 802 कुंज बिहारी निराला, आरक्षक 1026 खेम सागर साव, आरक्षक 521 मंगलू बंजारे, आरक्षक 444 शिव कुमार जालान और संतोष खुटे की विशेष भूमिका रही है।