Home बड़ी खबर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल की कलम से ,,,,,,,,,,

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल की कलम से ,,,,,,,,,,

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छत्तीसगढ़ के पूर्व  सीबीआई मजिस्ट्रेट  प्रभाकर ग्वाल की कलम से ,,,,,,,,,,

निजीकरण, EVM, कोलेजियम, लेटरल एंट्री, आर्थिक आधार पर आरक्षण, ओबीसी वर्ग का उनके जनसंख्या के अनुरूप 52% आरक्षण नही देने की नीतियों में भाजपा, आम आदमी पार्टी व कांग्रेस का नीति व नियत एक ही है जो देश बर्बाद कर रही हैं?

 

रही बात अडानी का सपोर्ट जितना आज मोदी व भाजपा कर रहे हैं, वैसे ही समर्थन व सहयोग अडानी के बिजिनेस के शुरुआत में राजीव गांधी व कांग्रेस ने की थी।

 

आज नरेन्द्र मोदी व भाजपा के साथ राहुल गांधी व कांग्रेस की लड़ाई व इनके साथ अरविंद केजरीवाल व आम आदमी पार्टी का आपसी सत्ता संघर्ष की लड़ाई हैं, इससे इन तीनों में से एक को फायदा व दूसरे को नुकसान होगा, लेकिन देश को सामान्य नागरिकों को कोई फायदा नही होगा।

 

देश व देशवासियो को तभी फायदा होगा, जब संविधान का पूर्ण पालन हो, जनसंख्या के अनुपात मे सबको हर क्षेत्र में भागीदारी का अवसर मिले, सबको सामाजीक न्याय मिले

 

क्या भाजपा, आम आदमी पार्टी व कांग्रेस वाले निजीकरण, EVM, कोलेजियम, लेटरल एंट्री, आर्थिक आधार पर आरक्षण, ओबीसी आरक्षण जनसंख्या के अनुपात में नही देने को, खत्म करेंगे?

 

जैसे प्राचीन काल मे राजाओं के द्वारा आपस मे सत्ता के लिए, जमीन के लिए, स्त्रियों के युद्ध लड़े जाते थे, वेसे आज भाजपा वाले, कांग्रेस वाले व आम आदमी पार्टी वाले लोग इनकम टैक्स, ईडी, पुलिस, सीबीआई का उपयोग एक दूसरे के खिलाफ कर रहे हैं, जेलों में डाल रहे हैं, हम समझ रहे हैं कि ये दल हमारे लिए लड़ रहे हैं।

 

ये सारे दल 1990 से लेकर आज तक निजीकरण कर फर्जी पूंजीपतियों देश के सारे संशाधन दे रहे हैं, इस कार्य के लिए सब एक मत में हैं और यही हमारी मौत व बर्बादी का मुख्य कारण हैं।

 

ये ऐसा कार्य हैं जिसे ऐसे समझ सकते हैं कि जैसे किसी को भयंकर बाढ़ फेंक देना व किनारे से बन्दर की दौड़ धूप जैसे बचाने का प्रयास करना ।

 

भाजपा-कांग्रेस के द्वारा कथित पूंजीपतियों को देश संशाधन देना वैसे ही है, जैसे दिल्ली के आम आदमी पार्टी के सरकार के द्वारा शराब नीति बनाया जाना है।

 

यदि आप अपने अपने दलों के समर्थक हैं और आपके दलों से कहो कि संविधान का पूर्ण पालन कर, उक्त सारे समस्याओं को हल करें? अन्यथा चुप रहे, इन दलों के खिलाफ बोलने, लिखने वालों को हतोत्साहित न करें।

 

पर वास्तव में हमारेअसली शत्रु हैं, निजीकरण, EVM, कोलेजियम, लैटरल एन्ट्री, आर्थिक आधार पर आरक्षण, अग्निवीर योजना, धार्मिक आडम्बर, ऑउट सोर्सिंग, सरकारी नौकरी में साक्षात्कार हैं, ओर हमारे शत्रुओं के मालिक आरएसएस, भाजपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी, इनसे कौन, हमको कब, कहां, कैसे क्यों बचायेगा? कोई नही बचाएगा। हमको ही इन दलों को छोड़कर बचना हैं।

 

 

कुल मिलाकर हमारे लिए एक ही विकल्प बचता है कि हम वास्तव में इंसान हैं, वो भी सही इंसान हैं, तो आरएसएस, भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी को त्याग दें?

*प्रभाकर ग्वाल*

*पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट*

*छत्तीसगढ़, 9479270390*