सरसीवां 13 अप्रैल 2023 । जिला सहकारी बैक सरसीवां में इस समय किसानों से पैसे निकालने के एवज में रकम लिए जाने की शिकायत मिली है। विगत 10 अप्रैल सोमवार को सुबह लगभग 11 बजे के आसपास का है राजीव न्याय योजना का पैसा निकालने आये किसानों ने अपना दुखड़ा रोते हुए बताया कि हम लोग आज 8 बजे सुबह से ही जिला सहकारी बैंक सरसीवां पहुंचे हुए थे ।राज्य सरकार द्वारा किसानों के खातों में राजीव न्याय योजना का चौथा किस्त जमा हुआ है उस पैसे को अपने खातों से निकालने सरसीवां ज़िला सहकारी बैंक के सामने पहुंच कर गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे ।।
जब हम लोगों ने बैंक खुलने के समय से पहले जिला सहकारी बैंक सरसीवां पहुंचे तो वहां का नजारा देख आंखें भौंचक्के रह गई । जानकारी मिली कि ज़िला सहकारी बैंक सरसीवां का दरवाजा अंदर से बंद था और अंदर में बहुत सारे लोगों की भीड़ बाहर से दिखाई दे रही थी।जबकि सामने बैक के गेट के बाहर कम से कम दो सौ लोगो की भीड़ चिलचिलाती धूप में बाहर गेट के सामने खड़े होकर गेट खुलने का इंतजार कर रही थी।और किसानों द्वारा जोर जोर से आवाज लगाते हुए बैंक का दरवाजा खोलने को बोल रहे थे लेकिन बैंक के अंदर से दैनिक सफाई कार्य करने वाले व्यक्ति द्वारा अपने जान पहचान के लोगों को अंदर आने को दिया जाता था ।जिस किसानों से उनको कमीशन मिलता है उनको ही बैंक अंदर हाफ गेट खोल कर जाने दिया जाता था। किसानों द्वारा शोर गुल करने पर आनन-फानन में बंद गेट को खुलवाया गया। लोग पहले से ही बैंक परिसर में इकट्ठा थे ।और पहले से बैंक परिसर में रहने वाले किसानों का पास बुक जमा हो गया उनको पैसा दिया जा रहा था।क ई किसानों ने बताया कि बैंक वाले कमीशन लेते होंगे तभी तो बैंक का मेंन गेट का दरवाजा बंद कर किसानों को पैसा दिया जा रहा था ।
आज सरसीवां जिला सहकारी बैंक कमीशनखोरी के नाम से अपना अलग सा छाप इस क्षेत्र में छोड़े जा रहा है आज इस बैंक में जितने भी कर्मचारी पदस्थ हैं एक दूसरे से सांठगांठ है । जो भी किसान बैंक संबंधी कार्य करवाने बैंक आते हैं बिना दक्षिणा दिये बैगर कोई भी काम आसानी से नहीं होता है। जिला सहकारी बैंक सरसीवां के दैनिक वेतन भोगी सफाई कर्मी से पुछने पर बताया कि जिला सहकारी बैंक का दरवाजा किसके कहने पर बंद किया गया था।तो डेली विजेश सफाई कर्मी ने बताया कि हमारे ब्रांच मैनेजर के कहने पर बैंक का मेंन गेट बंद किया गया था। । डेली विजेश सफाई कर्मीयों का एक सूत्री काम रहता है बैक आये किसानो या अपने गांव के आसपास के पहचान वाले किसानों का बैंक पासबुक को एकत्रित कर लाना और कमीशन में पैसा निकालना होता है । और पैसा निकालने के बाद अपना कमीशन लेना होता है। ।इनका सेटीगं आपरेटर ले कर बैंक मनैजर तक होता है ।जिस किसान का सेटिंग नहीं होता है उसका पैसा नहीं निकलता,और खाली हाथ अपने घर को जाता है ।दिनभर किसान अपनी बारी का इंतजार करता है और अतः में समय हो गया या सर्वर नहीं कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया जाता है ।
जिला सहकारी बैंक पैसे निकालने आये किसानों में मोहन जाटवर, लालकुमार ,नवधा खुट्टे, राजेश साहू, कृष्ण कुमार,मंनाराम, पारसनाथ, सीताराम, आदि किसानो ने बताया कि हम सब बैंक खुलने के पहले से सुबह से ही सरसीवां जिला सहकारी बैंक पहुंच गये, थे।हम लोगों के आने के पहले से ही जिला सहकारी बैंक सरसीवां का दरवाजा अंदर से बंद था।और हम लोग दरवाजा खुलने और बैंक अंदर जाने का इंतजार कर रहे थे।आगे किसानों ने अपना दुखड़ा बयां कर आगे बताया कि जिसका इस बैंक में सेटीग है या फिर कमीशन देता हो , उसी किसान का पैसा निकालता है ।इस बैंक में बहुत सारे ऐसे दलाल बैंक के आसपास घूमते रहते हैं ।और किसानों को आपका पैसा हम जल्दी से निकलवा देंगे कह कर अपनी दलाली की दुकान चला रहे हैं ।
वहीं जिला सहकारी बैंक सरसीवां के गेट बंद होने के संबंध में जानकारी लेने के लिए जिला सहकारी बैंक सरसीवां के ब्राच मैनेजर श्याम प्रसाद नायक से उनके मोबाईल नम्बर से जानकारी लेने संपर्क किया गया तो उनके मोबाईल पर घंटी जा रही थी महाशय ने जवाब देना उचित नहीं समझा शाखा प्रबंधक आजकल कुछ जायदा ही व्यस्त है।मोबाईल नम्बर 9617345191जिला सहकारी ब्राच मैनेजर सरसीवां।