रायपुर 11 अप्रैल 2023 । छ ग बसपा अध्यक्ष हेमंत पोयाम ने कहा की बीजेपी के लोग ये भ्रम फैलाते हैं कि सरकारी विभागों में कर्मचारियों की जरूरत ही नहीं है। जो पहले से ही काम कर रहे हैं, वह भी जरूरत से ज्यादा है। ऐसे में सरकार नई भर्ती क्यों करें…? परंतु ऐसा नहीं है। संसद में एक सवाल के जवाब में कैबिनेट राज्य मंत्री जितेंद्र प्रसाद ने खुद माना था, कि कुल 4,20,547 पद तो अकेले केंद्र में ही खाली पड़े हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के निर्माताओं ने खुद माना है कि अकेले स्कूल स्तर पर शिक्षकों के 10 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। राज्य और केंद्रीय विद्यालयों में 70,000 पद खाली पड़े हैं। विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अकेले पुलिस विभाग में 5,49,025 पद खाली हैं। सरकारी अस्पतालों में तकरीबन 5,00,000 पद खाली पड़े हैं। कुल मिलाकर तकरीबन 24 लाख पद सरकारी विभागों में खाली पड़े हैं। अब सवाल यह उठता है कि सरकार इन खाली पड़े पदों को क्यों नहीं भर रही है..? इसका कारण सरकार पैसों की कमी होना बताती है। पर क्या ऐसा वास्तव में है.? बिल्कुल नहीं…।अगर ऐसा होता तो बीजेपी के पहले ही कार्यकाल में सरकारी बैंकों ने पूंजीपतियों के 3,16,000 करोड रुपए कैसे माफ कर दिए..? इन्हीं के कार्यकाल में एनपीए 2,14,000 करोड़ से बढ़कर 8,98,000 करोड़ हो गया है।उन्होंने कहा की यह सारा पैसा पूंजीपतियों की जेब में गया है। महंगाई चरम सीमा पर है। बीजेपी सरकार अपनी मनमानी कर रही है तथा तानाशाही रवैया अपना रही है। हमारे लोग एक दूसरे की टांग खींचने में ही लगे हुए हैं। जब तक अपना खुद का राज (बसपा की सरकार) नही आता, आप कुछ नही कर सकते। इसलिए सभी बहुजन संगठनों से अपील है कि एक हो जाओ और अपनी स्वयं की सरकार बना लो।